जयपुर में वेस्ट और रीयूजेबल चीजों से 'पृथ्वी', 'आकाश' और 'सागर' को प्रदर्शित किया
जयपुर: फैशन और इंटीरियर डिजाइनिंग में इनोवेशन, क्रिएटिविटी और स्टाइल से ज्यादा जरूरी है कि डिजाइनर ग्राहक की जरूरतों और बजट को समझे। ग्राहक की जरूरत के हिसाब से उसके तय बजट में बेहतरीन प्रोडक्ट देने वाला ही बेहतर डिजाइनर होता है। यह कहना है कमला पोद्दार ग्रुप और आईएनआईएफडी इंस्टीट्यूट के निदेशक अभिषेक पोद्दार का। उन्होंने कहा कि हम छात्रों को डिजाइनिंग में नवीन विचारों के साथ अपनी जड़ों, संस्कृति और परंपरा से जुड़े रहने के लिए प्रेरित करते हैं। आपकी प्रतिबद्धता का सम्मान करना हमारी प्राथमिकता है। उन्होंने बताया कि हमारा प्रयास है कि अगले दो वर्षों में हम संस्थान में लिखित परीक्षा के बजाय एक वर्ष में पांच परिधानों के संग्रह और उन्हें बनाने के दौरान उनके अनुभव के आधार पर बच्चों का मूल्यांकन करेंगे।
संस्थानों के छात्रों ने तीन अलग-अलग खंडों में 'समुद्र', 'पृथ्वी' और 'आकाश' थीम पर अपने डिजाइन, इंस्टॉलेशन और पेंटिंग तैयार की हैं। इनमें ऑयल पेंटिंग, रेज़िन, रस्सी, टिश्यू पेपर, बांस, पत्थर, पुरानी जींस, बांस की टोकरी और नारियल के खोल जैसी पुन: प्रयोज्य वस्तुओं से बहुत सुंदर उत्पाद बनाए गए हैं। इन सभी में छात्रों ने समुद्र, पृथ्वी और आकाश का प्रतिनिधित्व करने वाले इंस्टॉलेशन और घरेलू सामान तैयार किए हैं।