पुलिस कांस्टेबल ने निभाया भाई का फर्ज, सुसाइड करने जा रही महिला को बचाया
राजस्थान: रक्षाबंधन के त्योहार पर कोचिंग सिटी कोटा में एक पुलिस कांस्टेबल सुसाइड करने जा रही महिला के लिए देवदूत बनकर आया और उसने उसकी जान बचा ली. यह महिला गृहक्लेश से तंग आकर आत्महत्या करने जा रही थी लेकिन समय रहते पुलिस कांस्टेबल अशोक कुमार ने उसकी जान बचा ली. पुलिसकर्मी के इस प्रयास की उसके महकमे में जमकर प्रशंसा हो रही है. कोटा शहर पुलिस अधीक्षक शरद चौधरी ने कांस्टेबल अशोक को 5000 रुपये का इनाम देने की घोषणा की है.
जानकारी के अनुसार कोटा के आरकेपुरम निवासी 19 वर्षीय महिला गृह कलेश से तंग आकर आज चंबल नदी में छलांग लगाकर आत्महत्या करने जा रही थी. वह आत्महत्या करने के इरादे से चंबल की पुलिया पर पहुंच भी गई थी. वह नदी में छलांग लगाने वाली ही थी कि उस दौरान वहां तैनात कांस्टेबल अशोक कुमार ने उसे रोक लिया. बाद में उसे आराम से समझाया. कांस्टेबल अशोक ने रक्षाबंधन के पर्व पर महिला की जान बचाकर एक भाई की तरह अपना फर्ज निभाया.
उसके बाद महिला को नयापुरा थाने लाया गया. पुलिस ने महिला से पूरे मामले की जानकारी ली और हरसंभव सहयोग के लिए उसे आश्वस्त किया. मामले की जानकारी मिलने के बाद पुलिस अधीक्षक शरद चौधरी ने भी कांस्टेबल अशोक की जमकर तारीफ की. बाद में उसे 5000 रुपये का रिवॉर्ड देने की घोषणा भी की. फिलहाल नयापुरा थाना पुलिस के पूरे मामले की जांच कर रही है.
कोटा में सुसाइड की घटनाओं से फैली है दहशत
रक्षाबंधन के दिन सामने आई पुलिस कांस्टेबल की यह कहानी कोटा में चर्चा का विषय बनी हुई है. लोग सोशल मीडिया पर उसे बधाई और साधुवाद दे रहे है. समझाइश के बाद महिला का गुस्सा भी अब ठंडा हो गया है. उल्लेखनीय है कि कोचिंग सिटी कोटा बीते काफी दिनों से कोचिंग स्टूडेंट्स की लगातार हो रही सुसाइड की घटनाओं से सहमा हुआ है. सुसाइड की घटनाओं को लेकर कोटा में एक अजीब से दहशत फैली हुई है.