सास-बहू के बीच मां-बेटी जैसा हो प्यार, न टूटे कोई परिवार: डॉ. दर्शनप्रभा

Update: 2023-07-24 06:00 GMT

भीलवाड़ा न्यूज़: चंद्रशेखर आजादनगर स्थित रूप रजत विहार में साध्वी इंदुप्रभा के सानिध्य में रविवार को सास-बहू दिवस मनाया। पीले रंग की साड़ी पहन कर आई सासू मां और लाल रंग की साड़ी में आई बहुरानी में एक-दूसरे के प्रति प्रेम व भावनाओं का सागर उमड़ रहा था। धर्मसभा में डॉ. दर्शनप्रभा ने सास-बहू को संकल्प कराया कि सास हमेशा अपनी बहू को बेटी समान प्यार देंगी और बहू अपनी सास को माता मान उसी समान आदर-सम्मान देंगी। उन्होंने सास-बहू के रिश्तों की व्याख्या करते हुए कहा कि ये रिश्ता परिवार की धुरी होता है। इसमें समन्वय कायम हो गया तो परिवार स्वर्ग से सुंदर और सपनों से भी प्यारा होता है। इनका समन्वय बिगड़ गया तो पूरा परिवार बर्बाद हो जाता है।

बहू सास से और सास बहू से ना रूठे तो कोई परिवार कभी न टूटे ये कामना हम सब करेंगे। डॉ. चेतनाश्री ने कहा कि जब परिवार टूटता है तो कलेजा बिखर जाता है। डॉ. समीक्षाप्रभा ने कहा कि हर रिश्ते की मर्यादा अवश्य होनी चाहिए। नवदीक्षिता हिरलप्रभा ने सास-बहू के रिश्तों के आधार पर गीत ‘स्वर्ग से सुंदर सपनों से प्यारा होता है परिवार’ गीत की प्रस्तुति दी। धर्मसभा में दीप्तिप्रभा का भी सानिध्य मिला। छप्पन दिन की संथारा साधना के बाद देवलोकगमन हुए तेरापंथ धर्मसंघ के संत शांति मुनि को श्रद्धाजंलि स्वरूप लोगस्स पाठ की आराधना की गई। धर्मसभा में लघु नाटिका ‘संग का रंग’ के माध्यम से सभी को सामायिक आराधना करने की प्रेरणा दी गई। साध्वी चेतनाश्री की प्रेरणा से निशा हिंगड़ के निर्देशन में बालक आर्यन जैन और शानू जैन ने लघु नाटिका की प्रस्तुति दी।

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