Ajmer: सड़क सुरक्षा के संबंध में बैठक आयोजित राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह का होगा आयोजन
Ajmerअजमेर । राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह के आयोजन के संबंध में बैठक का आयोजन जिला कलक्टर श्री लोक बन्धु की अध्यक्षता में मंगलवार को किया गया। प्रादेशिक परिवहन अधिकारी सुमन भाटी ने बताया कि संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा घोषित सड़क सुरक्षा दशक वर्ष 2021 से 2030 तक सड़क दुर्घटना में 50 प्रतिशत कमी लाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इस वर्ष एक जनवरी से 31 जनवरी तक राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा सप्ताह का आयोजन किया जाएगा। इस संबंध में बैठक का आयोजन जिला कलक्टर श्री लोक बन्धु की अध्यक्षता में किया गया। इस वर्ष राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह की थीम ‘ परवाह’ है।
बैठक में जिला कलक्टर लोक बन्धु ने निर्देश प्रदान किए कि सड़क सुरक्षा के संबंध में सभी हितधारक विभागों द्वारा सड़क सुरक्षा के 6ई रणनीति के तहत समन्वित प्रयास करने चाहिए। इस 6ई रणनीति के अन्तर्गत सरकार द्वारा एज्यूकेशन, इंजीनियरिंग, इन्र्फोसमेंट, इमरजेंसी केयर, इवेल्यूशन एवं एंगजमेंट को शामिल किया गया है। शिक्षा, चिकित्सा, सार्वजनिक निर्माण विभाग, ग्रामीण एवं पंचायती राज विभाग, उद्योग, उर्जा, परिवहन तथा पुलिस विभाग को निर्धारित गतिविधियों का आयोजन करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि जिले के सभी शैक्षणिक संस्थानों में सड़क सुरक्षा कार्यक्रम एवं प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा। प्रार्थना सभा में प्रतिदिन सड़क सुरक्षा गतिविधियों की जानकारी दी जाएगी। नो बेग डे के दिन विशेष आयोजन होने चाहिए। महाविद्यालयों में आग से बचाव की तकनीक बताई जाएगी। इसी प्रकार अभियांत्रिकी महाविद्यालयों द्वारा सड़क सुरक्षा ऑडिट करवाई जाएगी। समस्त संस्थान निर्धारित कलैण्डर के अनुसार गतिविधियों का आयोजन करेंगे। बाल वाहिनियों की सुरक्षा जांच कर कमियों को दुरूस्त किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा एम्बूलेंस वाहनों में उपकरणों एवं यंत्रों की जांच की जाएगी। आई-रेड के अनुसार ब्लैक स्पॉट के नजदीक स्थित स्वास्थ्य केन्द्र पर हमेशा चिकित्सा सुविधा उपलब्ध रहनी चाहिए। उनके आस-पास एम्बूलेंस भी उपलब्ध रहे। वाहन चालकों की नियमित नेत्र जांच कर निःशुल्क चश्में वितरित किए जाए। साथ ही रात्रि में वाहन चलाने वालों को पोलेराईज्ड ग्लास भी दिए जाने चाहिए। सड़क सुरक्षा से संबंधित गुड सेमेटेरियन सहित समस्त योजनाओं के बारे में जागरूकता पैदा किए जाने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि जिले के समस्त टोल प्लाजा पर नेत्र जांच शिविर आयोजित किए जाएंगे। टोलकर्मियों को सीपीआर एवं बीएलएस का प्रशिक्षण आवश्यक रूप से दिया जाए। मुख्य मार्गों पर जंक्शन सुधार के साथ ही अवैध कटों को बंद करने की कार्यवाही की जाएगी। स्वच्छंद विचरण करने वाले पशुओं के रिफ्लेक्टिव टेप लगाने का विशेष अभियान भी चलाया जाएगा। सड़क किनारे बैठकर चारा बेचने वालों पर भी कार्यवाही की जाएगी। क्षमता से अधिक सवारी एवं माल परिवहन करने वालों पर प्रभावी कार्यवाही की जाएगी। सुगम आवाजाही में बाधक बिजली के खंभों को भी हटाया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि समस्त राजमार्गों की सर्विस लाईन पर पार्किंग करने वालों पर लगातार कार्यवाही आवश्यक है। पुलिस विभाग द्वारा तेज गति, नशे में वाहन चलाना, गलत दिशा में वाहन चलाना, मोडिफाईड वाहन, अवैध पार्किंग, वाहन चलाते समय मोबाईल का उपयोग करना, हैलमेट एवं सीट बैल्ट का उपयोग नहीं करना, स्पीड़ गर्वनर नहीं लगाना जैसे कृत्यों पर कार्यवाही की जाएगी।
बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर श्री गजेन्द्र सिंह राठौड़, जिला परिषद की अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्रीमती अपूर्वा परवाल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री हिमांशु, बस यूनियन के श्री शक्ति सिंह एवं ऑटो यूनियन के श्री करण सिंह सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।