Jaipur जयपुर । राजस्थान विधान सभा अध्यक्ष श्री वासुदेव देवनानी ने राजस्थान विधान सभा के कर्मचारियों से कहा है कि वे सभी राजस्थान विधान सभा की गरिमा को बनाये रखने वाले कार्य करें। उन्होंने कहा कि निष्ठा का स्वभाव बनाएं और संस्था के प्रति समर्पित रहें। सही समय पर आना और अपने कर्तव्यों का ईमानदारी से निर्वहन कर समय पर कार्यालय से जाना ही जिम्मेदार कर्मचारी की पहचान होती है। प्रत्येक व्यक्ति में राष्ट्र प्रथम का भाव होना आवश्यक है।
अध्यक्ष श्री देवनानी शुक्रवार को विधान सभा में विधान सभा कर्मी श्री सलीम खां के सेवानिवृत्ति समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा है कि अपने कार्यों को श्रेष्ठता से करके संस्थान का नाम रोशन करने का प्रयास करना चाहिए। किसी भी संस्था के कर्मी ईमानदारी से कर्तव्यों का निर्वहन करेंगे तो संस्था भी उनके हितों का ध्यान प्राथमिकता से रखेगी। उन्होंने कहा कि विधान सभा में कार्य करने वाले अधिकारी और कर्मचारी सौभाग्यशाली होते है। लोकतंत्र के इस मंदिर में काम करने का मौका कुछ लोगों को ही मिल पाता है। लोकतंत्र के इस पवित्र स्थल पर मनोभाव और सकारात्मक दृष्टि से काम करके निष्ठावान होने का परिचय दें। विधान सभा का प्रत्येक कर्मी सहभागिता से कार्य करें। संस्था के हित के लिए सामूहिक प्रयास करें, अपनी श्रेष्ठ क्षमताओं का उपयोग राष्ट्र के विकास में करें।
स्पीकर श्री देवनानी ने सेवानिवृत्ति समारोह में साफा पहनाकर, शॉल ओढाकर और स्मृति चिन्ह भेंट कर श्री खां का अभिनन्दन किया। अध्यक्ष श्री देवनानी ने कहा कि कमियां हर व्यक्ति में होती है। हर व्यक्ति में कोई न कोई विशिष्ट गुण भी होता है। लोगों को आत्मनिरीक्षण कर अपने गुण और अवगुणों को पहचानना चाहिए। प्रत्येक व्यक्ति का सम्मान करना चाहिए। छोटे और बड़े में भेद नहीं करना चाहिए। छोटे व्यक्ति से भी उसके गुणों से कुछ न कुछ सीख अवश्य लेनी चाहिए। जीवन के प्रत्येक पल में नयापन लाने के लिए अपनी सोच व ऊर्जा को सकारात्मक कार्यों में लगाना होगा।
विशिष्ट सचिव श्री भारत भूषण शर्मा, विशिष्ट सहायक श्री के. के. शर्मा, वरिष्ठ उप सचिव श्री पुरुषोत्तम शर्मा, उप सचिव श्री संजीव शर्मा और राजस्थान विधान कर्मचारी सहकारी साख समिति के अध्यक्ष श्री रवि जैन सहित विधानसभा के अधिकारी व कर्मचारी मौजूद थे। सेवानिवृत्त हुए श्री खां ने अपने सेवाकाल के अनुभव साझा किये।