भीलवाडा। विश्व पृथ्वी दिवस पर इंडियन नेशनल ट्रस्ट फॉर आर्ट एंड कल्चरल हेरिटेज भीलवाड़ा चेप्टर की गोष्टी डा.भी. अं.आवासीय विद्यालय आटून में हुई। इंटेक कन्वीनर बाबूलाल जाजू ने सैकड़ो छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए अधिकाधिक मात्रा में पौधे लगाने, प्लास्टिक का उपयोग नहीं कर पृथ्वी संरक्षण का संदेश दिया। जाजू ने कहा कि अवैध खनन, पहाड़ों की कटाई, नदियों की बर्बादी हो रही है वही सरकार की उदासीनता से जंगलों की बेतहाशा कटाई से लगातार प्रकृति का दोहन होने से पृथ्वी का मिजाज गरम हो गया है। उन्होंने छात्र छात्राओं से पृथ्वी संरक्षण के लिए समाज और सरकार को एकजुटता से प्रयास करने की बात कही। जाजू ने कहा कि केवल सरकार के भरोसे नहीं रह कर हम सभी को नए पौधे लगाने हैं और पुराने पेड़ों को बचाना है क्योंकि घटते जंगलों के कारण तापमान में बेतहाशा वृद्धि हो रही है और बढ़ते प्रदूषण से पृथ्वी को तेज बुखार चढ़ने से पृथ्वी का मिजाज बदल रहा है। जाजू ने पृथ्वी दिवस पर पृथ्वी संरक्षण का संकल्प लेने का आह्वान करते हुए छात्र छात्राओं को ‘धूल धुआं और बढ़ता शोर, पृथ्वी चली विनाश की ओर‘ का नारा लगवाया। विद्यालय कार्यक्रम प्रभारी गुमानसिंह पीपाड़ा व सह प्रभारी सुरेश सुराना ने बताया की इस अवसर पर प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें सफल रहे प्रतिभागियों को प्रशंसा पत्र भी प्रदान किये गये। इस अवसर पर विद्यालय प्रिंसिपल डॉक्टर मंजू कोठारी, बबीता पारीक, कमला त्रिपाठी, प्रीति जैन ने भी विचार व्यक्त किया।