श्रीगंगानगर में किसानों ने थर्मल प्लांट का किया घेराव, 2 जुलाई को कोल लाइन जाम करने का अल्टीमेटम, राजस्थान में छा सकता है अंधेरा

राजस्थान के श्रीगंगानगर के सूरतगढ में सिंचाई के लिए पानी की मांग पर किसानों ने सूरतगढ थर्मल पावर प्लांट का घेराव किया.

Update: 2022-06-26 02:02 GMT

फाइल फोटो 

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। राजस्थान के श्रीगंगानगर के सूरतगढ में सिंचाई के लिए पानी की मांग पर किसानों ने सूरतगढ थर्मल पावर प्लांट (Suratgarh Thermal Power Plant) का घेराव किया. शनिवार को हजारों किसान प्लांट के चारों तरफ जुट गए. हजारों किसान ट्रैक्टरों से यहां पहुंचे. लंबे समय की सिंचाई के पानी की मांग कर रहे किसानों ने थर्मल के गेट पर सभा की (Farmers Protest). आसपास के गांवों से बड़ी संख्या में महिलाओं समेत कई किसान यहां पहुंचे. एटा-सिंगरासर माईनर निर्माण की (Eta-Singrasar Miner) अपनी मांग को लेकर गुस्साए किसानों ने प्रदर्शन करते हुए अनिश्चितकालीन धरने की घोषणा की. साथ ही प्रशासन को अल्टीमेटम भी दिया कि 2 जुलाई को प्लांट की कोल लाइन पर कब्जा करेंगे.

दरअसल किसान एटा-सिंगरासर माईनर निर्माण को लेकर अंदोलन कर रहे हैं. किसानों की मांग है कि कानौर हेड से ऐटा सिंगरासर माइनर नहर निकाली जाए, ताकि 54 गांवों के किसानों को सिंचाई के लिए पानी मिल सके. इसी मांग को लेकर शनिवार को किसान सूरतगढ थर्मल पावर प्लांट पर जुटे और प्लांट का घेराव किया. किसानों से दोपहर 2 बजे प्रशासन ने वार्ता की पेशकश की थी, जिसे किसान नेताओं ने ठुकरा दिया. उनकी मांग थी कि वह जिला कलेक्टर से वार्ता करेंगे. इस पर प्रशासनिक अधिकारियों ने जिला कलेक्टर से वर्चुअल बैठक की बात कही. लेकिन किसान नेता धरनास्थल पर ही वार्ता की मांग दोहराते रहे.
2 जुलाई को प्लांट की कोल लाइन पर कब्जा करने का अल्टीमेटम
इस दौरान कई किसान नेताओं ने राज्य सरकार पर पूर्व में हुए समझौते के उल्लघंन के आरोप लगाए. शिनवार को शाम तक भी जब किसानों की वार्ता की मांग पूरी नहीं हुई तो उन्होंने अनिश्चितकालीन धरने की घोषणा कर दी. प्रशासन को जल्द मांगे पूरी नहीं होने पर अल्टीमेटम भी दे दिया कि 2 जुलाई को प्लांट की कोल लाइन पर कब्जा करेंगे. यह घोषणा संघर्ष समिति के संयोजक राकेश बिश्नोई ने की. बता दें कि इलाके में किसान बहुत लंबे समय से एटा-सिंगरासर माईनर निर्माण की मांग कर रहे हैं.
इधर राजस्थान के झुंझुनूं में शनिवार को केंद्र सरकार की ओर से सेना भर्ती के लिए लागू की गई अग्निपथ योजना के विरोध में संयुक्त किसान मोर्चा की तरफ से राष्ट्रपति के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन दिया. साथ ही कहा कि अग्निपथ योजना के द्वारा बेरोजगार युवाओं को ठगा जा रहा है. झुंझुनूं जिला कलेक्ट्रेट पर एक दिवसीय धरना दिया था. अग्निपथ योजना के विरोध में "अग्निपथ योजना वापिस लो" "सेना का ठेकाकरण नहीं चलेगा" सेना का सांप्रदायिककरण बंद करो" "जय जवान जय किसान" के नारे लगाकर विरोध प्रदर्शन किया.
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