कोटा। कोटा शहर में डेंगू ने पैर पसार लिए हैं। स्क्रब टायफस भी जोर दिखा रहा है। डेंगू से इन्द्र विहार निवासी एक बिजनेसमैन को ब्रेन हेमरेज हुआ है। वे तलवंडी के एक निजी अस्पताल में वेन्टिलेटर पर हैं। वे कोमा में बताए जा रहे हैं। अंकित कुमार ने बताया कि उनके मित्र का साला इन्द्रविहार निवासी चिराग (30) को बुखार आने पर भर्ती करवाया था। वह बिजनेसमैन है। उनकी 25 अगस्त को एस वन पॉजिटिव रिपोर्ट आई है। तलवंडी के एक निजी अस्पताल में वेन्टिलेटर पर है। इससे पहले विज्ञान नगर निवासी प्रोपर्टी व्यवसाय हेमन्त गोयल को डेंगू से ब्रेन हेमरेज होने पर जयपुर के निजी अस्पताल में ऑपरेशन किया गया, जबकि दो जनों की मौत हो चुकी है। इनमें एक स्कूल संचालिका है, लेकिन चिकित्सा विभाग ने एलाइजा पॉजिटिव नहीं होने से इन्हें रेकॉर्ड में नहीं लिया है।
वहीं, रविवार को डेंगू के 19 पॉजिटिव व एक स्क्रबटायफस का केस सामने आया। बीते 2 दिन में डेंगू के 38 केस व स्क्रबटायफस के 5 केस सामने आ चुके हैं। शहर में जनवरी से अगस्त तक 8 माह में डेंगू का आंकड़ा ढाई सौ पार पहुंच चुका है। कुल 265 मरीज सामने आए हैं, जबकि स्क्रबटायफस का आंकड़ा भी 60 पर पहुंच चुका है।
सीएमएचओ डॉ. जगदीश कुमार सोनी ने बताया कि तलवंडी क्षेत्र के इंदिरा विहार, जवाहर नगर, तलवंडी, सेक्टर 1,2,3,4, तथा महावीर नगर सेकंड क्षेत्र में एएनएम, सर्वोदय नर्सिंग कॉलेज छात्र-छात्राओं व डीबीसी वर्कर आशाओं की टीम बनाकर सर्वे कार्य किया गया। आईईसी जागरूकता, एंटी लार्वा सोर्स रिडक्शन एवं एंटी एडल्ट कार्यवाही करवाई गई। घरों में कंटेनर की जांच की गई। टेमीफोस दवा डाली गई तथा पायरेथ्रम का छिड़काव किया। कुल 50 घरों के 91 कंटेनरों में लार्वा पाया गया। 2 फोगिंग मशीन से फागिंग करवाई गई। डिप्टी सीएमएचओ डॉ. घनश्याम मीणा, कीट विज्ञानी डीपी चौधरी, चिकित्सा अधिकारी डॉ. दीपेश तिवारी ने इंद्रा विहार के मेस, पार्क, मंदिर आदि जगह लार्वा का प्रदर्शन किया। लापरवाही पर तीन जनों को नोटिस दिए गए।