बांसवाड़ा को निरस्त करके सरकार ने जनता के साथ अन्याय किया: Rajkumar Roat
Rajasthan राजस्थान: गहलोत राज में बनाए गए नए जिलों और संभागों को लेकर भजनलाल सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। भजनलाल कैबिनेट ने शनिवार को 17 नए जिलों में से 9 को खत्म करने का फैसला लिया। इसके साथ ही तीन नए संभाग भी खत्म कर दिए। जिसमें सीकर, बांसवाड़ा और पाली शामिल हैं। राजस्थान में अब 7 संभाग होंगे और जिलों की संख्या 41 होगी। बांसवाड़ा संभाग को रद्द करने पर बांसवाड़ा-डूंगरपुर सांसद राजकुमार रोत ने सीएम भजनलाल शर्मा पर निशाना साधा है। राजकुमार रोत ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पोस्ट कर लिखा कि 'बांसवाड़ा संभाग को रद्द करके राज्य सरकार ने बांसवाड़ा-डूंगरपुर की जनता के साथ बहुत बड़ा अन्याय किया है।
बांसवाड़ा संभाग को निरस्त करके राज्य सरकार ने बांसवाड़ा-डूंगरपुर की जनता के साथ बहुत बड़ा अन्याय किया है।
— Rajkumar Roat (@roat_mla) December 29, 2024
मध्यप्रदेश और गुजरात की सीमा पर रहने वाला एक गरीब आदिवासी लगभग 240 किलोमीटर की दूरी तय करके उदयपुर आना तो सोच भी नहीं सकता। सरकार का यह कदम आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र की जनता…
मध्यप्रदेश और गुजरात की सीमा पर रहने वाला एक गरीब आदिवासी करीब 240 किलोमीटर की दूरी तय कर उदयपुर आने की सोच भी नहीं सकता।' उन्होंने लिखा कि 'सरकार का यह कदम आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र की जनता के साथ बहुत अन्याय उधर, संभाग और जिला खत्म करने के फैसले के बाद सीकर, नीमकाथाना, सांचौर, दूदू, अनूपगढ़ में विरोध शुरू हो गया। 05 अगस्त 2023 को प्रदेश में सीकर और पाली के साथ बांसवाड़ा को नया संभाग बनाकर अधिसूचना जारी की गई। 5 अगस्त 2023 को गजट नोटिफिकेशन हुआ और अगले ही दिन से अधिसूचना लागू हो गई। यहां पहले संभागीय आयुक्त डॉ. नीरज के पवन को अगस्त में ही लगाया गया था। उन्होंने सितंबर 2023 में कार्यभार संभाला। इसके बाद ठीक एक साल बाद सितंबर 2024 में आईएएस पवन का तबादला कर बांसवाड़ा का अतिरिक्त कार्यभार टीएडी आयुक्त उदयपुर प्रज्ञा केवलरमानी को सौंप दिया गया। तब से वे ही कार्यभार देख रही हैं।