Sikar सीकर । गाव में अंतिम छोर रहने वाले व्यक्ति को चिकित्सकीय सुविधा मिल सके, इसी भावना को लेकर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य शिविर आयोजित किए जा रहे हैं। इन शिविरों में ग्रामीणों को मिल रही उच्च गुणवत्ता की चिकित्सा सुविधाएं सफलता की कहानी बयां करती है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ निर्मल सिंह ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की कार्य योजना के अनुसार प्रथम चरण में राजकीय प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र तथा राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र स्तर पर आयोजित किए जा रहे इन मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य शिविरों में जहां प्रसव पूर्व जांच, नियमित टीकाकरण, संचारी-गैर संचारी तथा अन्य बीमारियों की जांच, बी.पी. शुगर जांच, नेत्र जांच, क्षय रोग की जांच एवं स्क्रीनिंग, परिवार कल्याण साधनों का वितरण, कुष्ठ रोग की पहचान तथा दंत रोग की स्क्रीनिंग एवं उपचार संबंधी सेवाएं एक छत के नीचे दी जा रही है। यह शिविर ग्रामीणों के लिए जीवनदायनी साबित हो रहे हैं। जिले में मंगलवार को आठ जगह मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य शिविर आयोजित किए गए, जिनमें ग्रामीण लाभान्वित हुए। इन शिविरों में टेली मेडिसिन सेवा के जरिए मरीजों को उच्च चिकित्सा संस्थानों पर नियुक्त विशेषज्ञ चिकित्सकों की सेवाएं भी उपलब्ध करवाई गई।
आयुष्मान आरोग्य शिविरों में ड्राप आउट बच्चों को चिन्हित करते हुए उनका टीकाकरण भी किया गया। 9, 18 व 27 तारीख को लगे शिविरों में प्रसव पूर्व जांच करवाने आई गर्भवती महिलाओं को राज्य सरकार की ओर से संचालित मां वाउचर योजना का लाभ दिया गया। यहां योजना के तहत संबंधित बीसीएमओ तथा प्रभारी चिकित्सा अधिकारी ने गर्भवती महिलाओं को सम्बद्ध निजी सोनोग्राफी सेंटर पर निशुल्क सोनोग्राफी करवाने के लिए मां वाउचर दिए। इस इस दौरान ग्रामीणों को आयुष्मान कार्ड भी वितरित किए गए। इन शिविरों में संबंधित खण्ड मुख्य चिकित्सा अधिकारी व ब्लॉक कार्यक्रम अधिकारियों की ओर से मॉनिटरिंग की गई।
जिले में यहां आयोजित हुए शिविर
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ निर्मल सिंह ने बताया कि 31 दिसम्बर को जिले के कूदन ब्लॉक के पीएचसी झीगर छोटी, पिपराली ब्लॉक में पीएचसी बाजौर, लक्ष्मणगढ ब्लॉक के सीएचसी खीरवां, नेछवा के पीएचसी काछवा, फतेहपुर के सीएचसी बीबीपुर बड़ा, दांता के पीएचसी डांसरोली, पलसाना के सीएचसी पलसाना तथा खण्डेला के पीएचसी गौरिया में शिविर आयोजित हुआ। पांच जगह आयोजित हुए इन शिविरों में करीब 2 हजार से अधिक मरीजों की जांच एवं उपचार कर उन्हें लाभान्वित किया गया। शिविरो में डॉक्टर, संबंधित ब्लाक मुख्यालय के ब्लाक कार्यक्रम अधिकारी, सेक्टर हेल्थ सुपरवाइजर व उनके पैरामेडिकल स्टॉफ, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं आशा सहयोगिनी ने सेवाएं दी।