बाड़ेबंदी में रह रहे भाजपा विधायकों ने किया योग, देखें तस्वीरें
राजस्थान में राज्यसभा चुनाव के चलते भाजपा विधायकों को जयपुर के एक रिजोर्ट में रखा गया है।
राजस्थान में राज्यसभा चुनाव के चलते भाजपा विधायकों को जयपुर के एक रिजोर्ट में रखा गया है। कहा जा रहा है कि क्रॉस वोटिंग के चलते भाजपा ने विधायकों की बाड़बंदी की है। हालांकि भाजपा का कहना है कि प्रशिक्षण शिविर को लेकर विधायकों को रिजोर्ट में रखा गया है। दस जून तक पार्टी के सभी विधायक यहीं रहेंगे।
विधायकों के लिए तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का किया गया है आयोजन।
इधर, विधायक अभ्यास वर्ग में पार्टी की रीति-नीति, विकास यात्रा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सेवा, सुशासन और गरीब कल्याण के 8 साल और मिशन 2023 सहित अन्य विषयों पर सत्रों का आयोजन किया जा रहा है। अभ्यास वर्ग के तहत मंगलवार को विधायकों ने योग, ध्यान और व्यायाम किया। इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सतीश पूनिया, नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया, उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ और सचेतक जोगेश्वर गर्ग भी विधायकों के साथ मौजूद रहे।
भाजपा के 60 विधायक रिजोर्ट में पहुंच गए हैं।
कल बुधवार को 8 साल मोदी सरकार-युगांतकारी परिवर्तन, मीडिया एवं सोशल मीडिया, मिशन 2023 एवं बूथ सशक्तिकरण अभियान, आपातकाल एवं लोकतंत्र बहाली में हमारी भूमिका के विषय पर पार्टी नेताओं का संबोधन होगा। वहीं 9 जून गुरुवार को जीवन मूल्यों के धनी राजनीतिक व्यक्तित्व, कांग्रेस की जनविरोधी नीतियां एवं जन आंदोलन, राष्ट्रीय पुनर्निमाण में भाजपा का योगदान सहित अन्य विषयों पर पार्टी के राष्ट्रीय और प्रदेश के प्रमुख नेताओं के संबोधन होंगे। इस दौरान राज्यसभा चुनाव के मतदान का प्रशिक्षण भी कराया जाएगा।
विधायकों को संबोधित करते प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया।
बतादें कि केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को राज्यसभा चुनावों की जिम्मेदारी दी गई है। इसके साथ ही प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सतीश पूनिया समेत अन्य वरिष्ठ नेता सक्रिय हो गए हैं। हालांकि, सोमवार को विधायकों की बाड़ेबंदी के दौरान गुटबाजी की खबरें भी आई थी। बताया जाता है कि वसुंधरा राजे के समर्थक चंद्रा के समर्थन के लिए जी-तोड़ कोशिश कर रहे हैं। वसुंधरा खुद भी वीडियो संदेश जारी कर चंद्रा को अपना पारिवारिक मित्र बता चुकी है। ऐसे में इस संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता कि घनश्याम तिवाड़ी के बजाय चंद्रा ही जीतकर राज्यसभा पहुंच जाए