Alwar: राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम (एनसीएपी) कार्य योजना कार्यान्वयन की समीक्षा बैठक

Update: 2024-10-14 13:27 GMT
Alwar अलवर। राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम (एनसीएपी) वन एवं पर्यावरण मंत्रालय के निदेशक डॉ. प्रशांत गार्गव ने अलवर के मिनी सचिवालय स्थित कलक्टेªट सभागार में अलवर शहर की एनसीएपी कार्य के कार्यान्वयन एवं जीआरएपी (ग्रैप) की समीक्षा बैठक ली।
राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम (एनसीएपी) वन एवं पर्यावरण मंत्रालय के निदेशक डॉ. गार्गव ने राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम में शामिल अलवर शहर में वायु गुणवत्ता सुधार हेतु किए गए कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने निर्देश दिये कि वायु प्रदूषण की रोकथाम से जुडे विभाग टीम भावना के साथ बेहतर तालमेल रखते हुए अलवर शहर की वायु की गुणवत्ता को सुधारने हेतु एक विस्तृत सेच्युरेटेड कार्य योजना तैयार करे जिसमें वायु प्रदूषण के कारणों हेतु सर्वे, निदानात्मक कार्य आदि शामिल करें। कार्य योजना के तहत प्राथमिक स्तर के कार्य जिसमें निविदा आदि कार्य समयबद्ध रूप से कर लिए जावे। उन्होंने कहा कि तैयार की जाने वाली अच्छी कार्य योजना का बेहतर क्रियान्वयन किया जाना भी अतिमहत्वपूर्ण विषय है। उन्होंने कहा कि नगर निगम नोडल एजेन्सी के रूप में कचरा प्रबंधन, वायु गुणवत्ता एवं स्वच्छता, हॉट स्पॉट पॉइंट को दृष्टिगत रखते हुए शहर का माइक्रो प्लान तैयार कर कार्य योजना बनाए। अन्य संबंधित विभाग भी अपना माइक्रो प्लान तैयार करे। यूआईटी शहर में पौधारोपण की कार्य योजना बनाए जिसमें तकनीकी सहयोग वन विभाग का लेवे। उन्होंने नगर निगम आयुक्त को निर्देश दिये कि एनसीएपी की शेष राशि का उपयोग कार्य योजना के अनुरूप करे। उन्होंने सडक निर्माण एजेंसियों यूआईटी, नगर निगम, पीडब्ल्यूडी एवं रिडकोर को सडक की एंड टू एंड पेवलिंग कार्य का सेच्युरेशन प्लान तैयार करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि शहर की वायु व शहर को स्वच्छ रखने हेतु आम नागरिकों की सक्रिय भागीदारी को प्रोत्साहित करे। उन्होंने ग्रैप के नियमों की संबंधित एजेंसियों के माध्यम से पालना कराने के निर्देश दिये।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से वन एवं पर्यावरण मंत्रालय की अतिरिक्त सचिव (से.नि.) श्रीमती कल्पना शर्मा ने एनसीएपी कार्यक्रम में शामिल ऐसे शहर जिन्होंने अपनी वायु गुणवत्ता में अभूतपूर्व सुधार किया है की तर्ज पर अलवर शहर को बेहतर वायु गुणवत्ता वाला शहर बनाने के लिए विभागीय समन्वय, कचरा प्रबंधन, स्वच्छता, वायु गुणवत्ता सुधार हेतु आधुनिक तकनीक का उपयोग, स्वच्छ शहरों की विजिट, नागरिक व एनजीओ की सहभागिता के संबंध में विस्तृत प्रजेन्टेशन प्रस्तुत किया। ग्रैप के दिशा-निर्देशों की पालना के संबंध में प्रदूषण नियंत्रण मंडल के क्षेत्रीय अधिकारी श्री दीपेन्द्र झरवाल ने ग्रैप की श्रेणीवार लगाए जाने वाले प्रतिबंधों एवं विभागीय दायित्वों के बारे में पीपीटी के माध्यम से विस्तार से जानकारी प्रदान की।
जिला कलक्टर डॉ. आर्तिका शुक्ला ने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि बैठक में दिए गए दिशा-निर्देशों की पालना अक्षरशः टीम भावना के साथ कराई जावे। शहर की स्वच्छता रैंकिंग में सुधार हेतु एनसीएपी व ग्रैप के दिशा-निर्देशों की पालना समयबद्ध रूप से कराई जावे। उन्होंने नगर निगम आयुक्त को निर्देशित किया कि एनसीएपी के नोडल अधिकारी के रूप में सभी विभागों से समन्वय स्थापित कर इसका बेहतरीन कार्यान्वयन करावे। उन्होंने जिला प्रशासन द्वारा स्वच्छता एवं वायु प्रदूषण सुधार हेतु किए जा रहे कार्यों के बारे में अवगत कराया। उन्होंने ‘अतुल्य अलवर अभियान’ के तहत शहर की साफ-सफाई से जुडी नागरिकों की शिकायतों के निराकरण हेतु cleanalwar.in पोर्टल तैयार कराया गया है जिस पर लोगों की शिकायतों का 24 घण्टे में निराकरण करने का प्रयास किया जा रहा है। कचरा उठाव व निस्तारण की दिशा में किए गए कार्यों के बारे अवगत कराया। उन्होंने कहा कि बैठक में दिए गए दिशा-निर्देशों को धरातल पर प्रभावी रूप में लागू करने हेतु अक्षरशः पालना कराई जावेगी।
बैठक में केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण मंडल की पर्यावरण वैज्ञानिक डॉ. साक्षी बत्रा, एडीएम द्वितीय श्री योगेश डागुर, नगर निगम आयुक्त श्री जितेन्द्र सिंह नरूका, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मुख्यालय श्री तेजपाल सिंह, डीएफओ अलवर श्री राजेन्द्र हुड्डा, प्रशिक्षु आईएएस सुश्री सोनू कुमारी, डीटीओ श्री सुरेश यादव, रीको के वरिष्ठ क्षेत्रीय प्रबंधक श्री परेश सक्सेना, डीआईसी के महाप्रबंधक श्री एम.आर मीणा, यूआईटी के अधीक्षण अभियन्ता श्री तैयब खान, कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक श्री पी.सी मीणा, जिला परिषद के एसीईओ श्री बबली राम जाट, खनि अभियन्ता श्री मनोज शर्मा, पीडब्ल्यूडी के अधिशासी अभियन्ता श्री एम.एल मीणा सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।
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