भारत-पाक सीमा पर जल्द मिलेगा 4जी मोबाइल नेटवर्क, 111 गांवों में शुरू होगा काम
भारत-पाक सीमा पर जल्द मिलेगा 4जी मोबाइल नेटवर्क
जैसलमेर। जैसलमेर की भारत-पाक सीमा पर जल्द मोबाइल नेटवर्क मिलने वाला है। बीएसएनएल ने BSF की कुल 98 बीओपी (सीमा चौकी) के लिए मोबाइल नेटवर्क की सुविधा शुरू करने की मंजूरी मांगी थी, जिसे केंद्र सरकार ने हरी झंडी दे दी है। अब 98 सीमा चौकियों पर बहुत जल्द 4जी नेटवर्क सेवा शुरू हो जाएगी। सरहद पर मोबाइल नेटवर्क आने से भारत-पाक सीमा पर जवानों को अपने घरवालों से बात करने की सुविधा मिल सकेगी। 4G सैचुरेशन योजना प्रोजेक्ट के नोडल ऑफिसर आशीष अग्रवाल ने बताया कि फिलहाल बीएसएनएल की ओर से सरहद के 111 गांवों में मोबाइल नेटवर्क सुविधा शुरू करने का काम जोरो से चल रहा है। इसके साथ ही BSF की सीमा चौकियों पर मोबाइल सुविधा शुरू करने की भी मंजूरी आ चुकी है। हम इसको जल्द ही शुरू करने की प्रक्रिया पर काम कर रहे हैं।
4G सैचुरेशन योजना प्रोजेक्ट के नोडल ऑफिसर आशीष अग्रवाल ने बताया कि केंद्र सरकार की 4G सैचुरेशन योजना के तहत भारत-पाकिस्तान सरहद पर सुरक्षा कर रहे BSF के जवानों को मोबाइल नेटवर्क की सुविधा देनी का योजना है। इसके तहत हमने सरकार को प्रस्ताव बनाकर भेजा था। योजना में हमने भारत-पाक सीमा की 98 सीमा चौकियों का प्रस्ताव भेजा है जहां पर मोबाइल नेटवर्क की सुविधा की आवश्यकता है। इस प्रस्ताव को केंद्र सरकार ने मंजूर कर दिया है। अब इसकी प्रक्रिया शुरू होगी और बहुत जल्द काम शुरू हो जाएगा।
सरहद की सीमा चौकियों पर ड्यूटी कर रहे बीएसएफ के जवानों को सीमा से अपने घर बात करने के लिए काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। जवानों को सरहद के कस्बों तक आकर घरवालों से मोबाइल पर बात करनी पड़ती है। जवानों की इस परेशानी को देखते हुए केंद्र सरकार ने बीएसएनएल से प्रस्ताव मंगवाया था। बीएसएनएल ने जांच कर करीब 98 सीमा चौकियों का प्रस्ताव भेजा था जहां नेटवर्क की अत्यंत आवश्यकता है। प्रोजेक्ट के नोडल ऑफिसर आशीष अग्रवाल ने बताया कि केंद्र सरकार ने हाल ही में बीएसएनएल के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। अब बहुत जल्द इसका काम शुरू होगा और जवान अपने घर तक आराम से बात कर सकेंगे। अब जल्द ही 98 बीओपी पर बीएसएनएल का टावर लगने का काम शुरू हो जाएगा जिससे बीएसएफ के जवानों को राहत मिल जाएगी।