Jalandhar,जालंधर: जिला रेडक्रॉस सोसायटी होशियारपुर द्वारा चलाए जा रहे विशेष प्रोजेक्ट ‘विंग्स’ को पंजाब कैबिनेट मंत्री डॉ. बलजीत कौर ने अंतरराष्ट्रीय दिव्यांग दिवस (3 दिसंबर) के अवसर पर राज्य स्तरीय पुरस्कार से सम्मानित किया। मंत्री ने कहा कि यह सम्मान इस प्रोजेक्ट की अनूठी सफलता का प्रमाण है। प्रोजेक्ट के तहत 12 दिव्यांग बच्चों द्वारा चार अलग-अलग स्थानों पर कैंटीन स्थापित की गई हैं। इन कैंटीनों में विद्यार्थियों व स्टाफ को उचित दामों पर उच्च गुणवत्ता वाली खाद्य सामग्री उपलब्ध करवाई जाती है। इस प्रोजेक्ट ने न केवल इन दिव्यांग बच्चों को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाया है, बल्कि उनके सामाजिक जीवन को बेहतर बनाने में भी अहम भूमिका निभाई है। डिप्टी कमिश्नर कोमल मित्तल ने बताया कि पिछले 11 महीनों से ये कैंटीन 8000 से अधिक ग्राहकों को सेवा दे रही हैं। अपनी लागत वसूलने के बाद ये कैंटीन दिव्यांग बच्चों को वेतन भी दे रही हैं। उन्होंने कहा कि इस प्रोजेक्ट के कारण दिव्यांग बच्चों के साथ-साथ सामान्य बच्चों में भी सकारात्मक सोच व संवेदनशीलता बढ़ी है।
परियोजना की सफलता को देखते हुए उपायुक्त ने घोषणा की कि अन्य स्कूलों व कॉलेजों में भी विंग्स कैंटीन खोली जाएंगी। इसके लिए उन्होंने लुधियाना बेवरेजेज (कोका-कोला) का आभार जताया, जिन्होंने इस परियोजना को प्रायोजित किया और विशेष बच्चों के जीवन में नई रोशनी लाई। उपायुक्त ने कहा कि विंग्स परियोजना की सफलता यह साबित करती है कि सही दिशा और सहयोग से विशेष बच्चे भी आत्मनिर्भर और सशक्त बन सकते हैं। इस परियोजना ने समाज में विशेष बच्चों के प्रति नजरिया बदलने का काम किया है। विंग्स परियोजना के विशेष बच्चों ने जिला प्रशासन और रेडक्रॉस सोसायटी के सचिव मंगेश सूद का आभार जताया। सावित्री देवी ने कहा कि उन्होंने अपने जीवन में ऐसी उपलब्धि के बारे में कभी नहीं सोचा था। भाविक, दिलावर और नीरज जैसे कुछ बच्चों ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि यह उनके जीवन का एक महत्वपूर्ण मोड़ है। रेडक्रॉस सोसायटी के सचिव मंगेश सूद ने कहा कि कैंटीन को नौ मानसिक रूप से विकलांग, दो मूक-बधिर और एक शारीरिक रूप से विकलांग बच्चे कुशलतापूर्वक चला रहे हैं। उन्होंने आम जनता से समाज कल्याण के ऐसे कार्यों में सहयोग करने की अपील की।