Fatehgarh Sahib,फतेहगढ़ साहिब: कारगिल विजय दिवस की 25वीं वर्षगांठ की पूर्व संध्या पर पूर्व सैनिकों और पूर्व शासन संरक्षक (GOG) द्वारा जिले के अमलोह उपमंडल के उनके गांव भदल थूहा में एक समारोह आयोजित कर कारगिल शहीद गुरबख्श सिंह लाडी को याद किया गया। गांव में उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की गई, लेकिन आश्चर्य की बात यह रही कि उपमंडल के किसी भी अधिकारी ने उनकी शहादत को याद नहीं किया, जिन्होंने 21 वर्ष की आयु में लड़ते हुए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए। गुरबख्श सिंह लाडी का जन्म 13 मई 1978 को हुआ था और वह मात्र 19 वर्ष की आयु में भारतीय सेना की 14 सिख रेजिमेंट में शामिल हुए और 1999 में कारगिल युद्ध में मात्र 21 वर्ष की आयु में शहीद हो गए। गांव के निवासियों ने गुरबख्श सिंह लाडी के सर्वोच्च बलिदान पर गर्व महसूस किया।
उन्होंने कहा कि उनकी याद में एक प्रतिमा स्थापित की गई और गांव के प्रवेश द्वार पर एक द्वार बनाया गया। इसके अलावा तत्कालीन मंत्री राजा नरिंदर सिंह द्वारा पानी की टंकी का शिलान्यास किया गया तथा गांव में स्थित सरकारी मिडिल स्कूल का नाम उनके नाम पर रखा गया। गुरबख्श सिंह लाडी की शहादत पर सरकार ने परिवार को आर्थिक सहायता दी तथा शहीद की बहन को सरकारी विभाग में नौकरी दी गई। इस अवसर पर कैप्टन जसवंत सिंह बाजवा, कैप्टन हरभजन सिंह, कैप्टन अमरीक सिंह, कैप्टन केसर सिंह, सूबेदार करनैल सिंह, सूबेदार हाकम सिंह, सूबेदार गुरमुख सिंह, सूबेदार जसपाल सिंह, दिलवारा सिंह, प्रिथी सिंह, हरदेव सिंह, बुध सिंह, बाबू सिंह, मघर सिंह, सुरजीत सिंह व लाल सिंह मौजूद थे।