15 को मुख्यमंत्री पदक

Update: 2023-08-12 06:13 GMT

पंजाब सरकार ने 4 पुलिस अधिकारियों को मुख्यमंत्री रक्षक पदक देने की घोषणा की है, जबकि 15 अन्य को उत्कृष्ट कर्तव्य निष्ठा के लिए मुख्यमंत्री पदक मिलेगा। इस संबंध में राज्य के गृह मामले एवं न्याय विभाग के सचिव की ओर से नोटिफिकेशन जारी की गई। चुने गए अधिकारियों व जवानों को 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस के मौके पर पदक से नवाजा जाएगा।

मुख्यमंत्री रक्षक पदक के लिए चुने गए अधिकारियों के नाम हैं- संदीप गोयल (एआईजी एजीटीएफ), बिक्रमजीत सिंह बरार (डीएसपी एजीटीएफ), इंस्पेक्टर पुशविंदर सिंह (जिला पटियाला), कांस्टेबल नवनीत सिंह (जिला होशियारपुर)।

मुख्यमंत्री पदक के लिए चुने गए अधिकारियों के नाम हैं- भुपिंदर सिंह (एसएसपी फिरोजपुर), आलम विजय सिंह (एआईजी जोनल सीआईडी पटियाला), विशालजीत सिंह (एसपी इन्वेटिगेशन तरनतारन), देविंदर कुमार (डीएसपी एसटीएफ लुधियाना रेंज), संजीवन गुरु (डीएसपी सीटी ओपीएस), बरिंदर सिंह (डीएसपी फ्लाइंग स्क्वायड विजिलेंस ब्यूरो), सुभाष चंद्र अरोड़ा (डीएसपी पीएपी ट्रेनिंग सेंटर जालंधर कैंट), इंस्पेक्टर शिव कुमार (इंचार्ज सीआईए स्टाफ मोहाली), सब इंस्पेक्टर गुरिंदर सिंह (इंटेलिजेंस हेडक्वार्टर मोहाली), सब इंस्पेक्टर सुरेश कुमार (काउंटर इंटेलिजेंस लुधियाना), सब इंस्पेक्टर अक्षयदीप सिंह (इंटेलिजेंस मोहाली), एएसआई इकबाल सिंह (पीएपी इंटेलिजेंस हेडक्वार्टर पंजाब), एएसआई हरविंदर सिंह (काउंटर इंटेलिजेंस बठिंडा), एएसआई दिनेश कुमार (एसएसजी मोहाली), एएसआई सुरिंदर पाल सिंह (कार्यालय- एडीजीपी सीडीओ एंड एसओजी बहादुरगढ़)।

गैंगस्टरों के साथ मुठभेड़ में बाल-बाल बचे थे एआईजी संदीप गोयल

मुख्यमंत्री रक्षक पदक के लिए चुने गए, एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स के दोनों अधिकारी- एआईजी संदीप गोयल और डीएसपी बिक्रमजीत सिंह बराड़ ने सूबे में अनेक अभियानों का नेतृत्व करते हुए गैंगस्टरों को काबू किया। पिछले साल अक्तूबर में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पंजाब की 16 सदस्यीय एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (एजीटीएफ) टीम को 2022 के लिए ‘केंद्रीय गृह मंत्री के विशेष ऑपरेशन पदक’ से सम्मानित किया था। संदीप गोयल और बिक्रमजीत बराड़ इस टीम का भी हिस्सा रहे हैं। एआईजी संदीप गोयल इस साल जनवरी में जीरकपुर में गैंगस्टरों के साथ मुठभेड़ में उस समय बाल-बाल बचे जब होटल में छिपे गैंगस्टरों द्वारा चलाई गई एक गोली उनकी बुलेट प्रूफ जैकेट को भेद नहीं सकी। इस मुठभेड़ में गोयल के नेतृत्व में एजीटीएफ की टीम ने एक गैंगस्टर का एनकाउंटर किया और एक गैंगस्टर युवराज सिंह उर्फ जोरा को काबू कर लिया था। इस अभियान में डीएसपी बिक्रमजीत सिंह बराड़ भी संदीप गोयल की टीम में थे। संदीप गोयल ने इस अभियान के अलावा तरनतारन में थाने पर हमले के बाद कार्रवाई में अहम भूमिका निभाई और खन्ना में भी गैंगस्टरों के हमले को नाकाम किया।

बिक्रमजीत सिंह बराड़ को केंद्रीय गृहमंत्री पदक से किया गया था सम्मानित

पंजाब के प्रतिष्ठित पुलिस अधिकारी बिक्रमजीत सिंह बराड़, जिनके पिता की आतंकवाद के दौरान हत्या कर दी गई थी, को वर्ष 2020 में उनकी उत्कृष्ट सेवाओं के लिए केंद्रीय गृहमंत्री पदक से सम्मानित किया गया था। वर्ष 2020 में ही उन्हें गैंगस्टर विक्की गौंडर के एनकाउंटर के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक से सम्मानित किया गया था। मोहाली में डीएसपी रहते हुए ड्रग माफिया जगदीश भोला को गिरफ्तार करने में भी बिक्रमजीत बराड़ ने अहम भूमिका निभाई थी। वर्ष 2021 में भी डीएसपी ओसीसीयू (संगठित अपराध नियंत्रण यूनिट) रहते हुए भी बिक्रमजीत बराड़ को उनकी बहादुरी के लिए पुलिस पदक से सम्मानित किया गया था। इस साल फरवरी में जीरकपुर एनकाउंटर के दौरान गैंगस्टरों को काबू करने में उनकी भूमिका महत्वपूर्ण रही।

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