जगन्नाथ रथ के लिए मुस्लिम भक्त के साथ 65 लोगों ने दान किए पेड़
श्रीजगन्नाथ हमारे देश के देवता हैं
भुवनेश्वर। Jagannat Rath Yatra 2022: श्रीजगन्नाथ हमारे देश के देवता हैं। हमारे पास जो कुछ भी है, वह सब जगन्नाथ का है। हम जब बाहर जाते हैं तो लोग जात-धर्म से ऊपर उठकर हमें जगन्नाथ देश का नागरिक कहते हैं। ऐसे में जगन्नाथ के लिए हम अपना सब कुछ अपर्ण करने के लिए तैयार हैं। ओडिशा के पुरी में जगन्नाथ रथ निर्माण के लिए अपनी जमीन से पेड़ दान देने वाले मुस्लिम भक्त सहजुद्दीन खां ने यह बातें कहीं। दरअसल, हर साल जगन्नाथ का रथ वन विभाग के पेड़ों से बनता था। इस बार ऐसी पहल की गई है कि भक्त अपना पेड़ दान कर सकते है, रथ उन्हीं पेड़ों से बनेगा। ऐसे में 65 भक्तों ने अपनी जमीन पर लगे पेड़ दान किए। सहजुद्दीन खां उनमें एक हैं।
रथ निर्माण के लिए पेड़ों का संग्रह
रथ निर्माण के लिए लकड़ी नहीं मिल रही है। इस समस्या को श्रीमंदिर प्रशासन के अनुरोध पर खुर्दा वनखंड के अधिकारियों ने स्थानीय लोगों से संपर्क किया। जिनके बागीचा, खेत में पेड़ हैं व वे रथ निर्माण के लिए दान देना चाहते हैं, दे सकते हैं, वनखंड अधिकारियों ने कही थी। इस हिसाब से तीन रेंज से 65 पेड़ संग्रह किया गया। इसी में से खुर्दा जिले के बेगुनिया रेंज से एक मई का पेड़, चार शिमुली के पेड़, दो महुया के पेड़, तीन आम के पेड़, इस तरह से 10 पेड़, रणपुर रेंज से 23 चाकुंडा के पेड़, दो आम के पेड़ कुल मिलाकर 25 पेड़, बालुगां रेंज से चाकुंडा के पांच पेड़, आम के पांच पेड़ कुल मिलाकर 10 पेड़, टांगी रेंज से ताल के 19 पेड़, शिमुली का एक पेड़ कुल मिलाकर 20 पेड़ संग्रह करने के बाद पुरी भेजा गया है। इस संबंध में खुर्दा वनखंड के वन संरक्षक सतीश मिश्र ने कहा पुरी जगन्नाथ मंदिर प्रशासन की तरफ से 65 पेड़ों के लिए अनुरोध किया गया था। ये सभी पेड़ व्यक्तिगत लोगों ने दान किया है। यदि और अधिक पेड़ के लिए पुरी जगन्नाथ मंदिर प्रशासन अनुरोध करता है तो फिर उसे भी संग्रह कर दिया जाएगा।