Chaturmas शुरू होने के पूर्व ही रमेशचन्द्र जी तांतेड़ ने मासक्षमण पूर्ण किया
Nagda नागदा जं.: मीडिया प्रभारी महेन्द्र कांठेड़ एवं नितिन बुडावनवाला ने जानकारी देते हुए बताया कि रमेशचन्द्र जी तांतेड़ ‘मुनिमजी‘ स्थानक के दानवीर, धार्मिक, हर कार्य में आगवान रहने वाले सुश्रावक है। ये हर वर्ष छोटी-बड़ी तपस्या करते ही रहते है। इस बार तांतेड़ जी ने चातुर्मास प्रारम्भ होने के 1 माह पूर्व ही याने 20 जून से ही उपवास करना प्रारंभ कर दिये थे। अब आपका कठोर तप दीर्घ तप मासक्षमण तप पूर्ण होने जा रहा है। संपूर्ण समाज आपकी अनुमोदना कर सराहना कर रहा है। आपने समाज के हित में कुछ बातें भी प्रकट की है कि जो तपस्या चल रही है वो एवं इसका पारणा आडंबर रहित होगा। इतनी बड़ी तपस्या में किसी का 1 रूपया भी खर्च नहीं होना चाहिये। तपस्या का सम्मान संघ के माला एवं अभिनंदन पत्र के अलावा नहीं करवाना। मोतियों की माला का सम्मान ही सर्वोपरि है।
ज्ञात हो कि कुछ वर्ष पूर्व तांतेड़ जी ने अपनी एक किडनी का भी दान किया था। संपूर्ण समाज ऐसे सेवाभावी, धर्मनिष्ठ एवं तपस्या में लीन रहने वाले मुनिम जी की अनुमोदना करता है। आपकी स्वस्थ मंगल कामना एवं दीर्घायु मंगल कामना के लिये समाज के प्रकाश सांवेरवाला, अमरचन्द जैन, राजेन्द्र कांठेड़, अनिल पावेचा, निर्मल दलाल, रजनेश भटेवरा, सुरेश पितलिया, प्रकाशचन्द्र बुडावनवाला, मनोहरलाल कांठेड़, श्रेणिक बम, संजय मुरड़िया, रमेश तरवेचा, सुनिल वोरा, बसंतीलाल कोलन, चंदनमल संघवी, चन्द्रशेखर जैन, दीलीप ओरा, सतीश सांवेरवाला, संतोष कोलन, यशवंत धूपिया, संतोष बुपक्या ने ईश्वर से प्रार्थना की है। उक्त जानकारी समाज के मीडिया प्रभारी महेन्द्र कांठेड एवं नितिन बुडावनवाला ने दी है।