Raisen: नामांतरण भी 6 हजार प्रकरण पेडिंग, बारिश के चलते सीमांकन नहीं हो सके

Update: 2024-08-29 12:05 GMT
Raisen रायसेन। राजस्व महाभियान 31 अगस्त को समाप्त हो जाएगा,।लेकिन महाभियान की प्रमुखता वाले कामों में अभी पेडेंसी बाकी है। 6 हजार 603 नामांतरण के प्रकरण शेष हैं। सीमांकन के 1 हजार 807 प्रकरण बाकी हैं, जिन कामों के लिए पटवारियों पर सख्ती की गई थी। उसमें भी ज्यादा प्रगति नहीं है। नक्शा तरमीम, खसरे से आधार की केवायसी व स्वामित्व योजना के कामों की रफ्तार काफी कम है। पटवारियों ने इस काम में रफ्तार नहीं दिखाई है। सीमांकन व बटांकन व नामांतरण को लेकर जन सुनवाई में शिकायत के लिए पहुंच रहे हैं।
पटवारियों की लापरवाही पर.... गिरी गाज
नक्शा तरमीम, स्वामित्व योजना, समग्र आइडी की केवायसी के काम में प्रगति नहीं होने पर पटवारियों पर कार्रवाई की गई थी। जो पटवारी काम नहीं कर रहे थे, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाने लगी। इसके बाद पटवारी संघ रायसेन के बैनर तले अपनी समस्या बताने के लिए कलेक्टर अरविंद दुबे के पास पहुंचे थे। कलेक्टर ने जब पटवारियों की रिपोर्ट बताई तो उनके काम में प्रगति नहीं थी। इसके बाद छुट्टी के दिन भी काम पर लगाया, ताकि राजस्व महाभियान के दौरान कामों में प्रगति दिख सके।
1-नक्शा तरमीम
किसी व्यक्ति का बंटवारा होने के बाद नक्शे मेें लाइन खींचनी है। संबंधित व्यक्ति का सर्वे नंबर में कितना हिस्सा है। नक्शा तरमीम होने के बाद ही कागजों में प्रदर्शित होगा। आम आदमी को नक्शा तरमीम के कागज की जरूरत होती है, लेकिन इसमें प्रगति संतोषजनक नहीं है।
2- स्वामित्व योजना
वर्तमान में गांव की भूमि का सर्वे नंबर नहीं है, इस कारण सरकारी मानी जाती है। लेकिन स्वामित्व योजना के तहत ग्रामीणों को मालिकाना हक दिया जा रहा है। जिस जगह पर जो व्यक्ति रहता है उसकी जमीन वहीं है।उसका भू स्वामित्व कहलाता है।
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