MP: सड़क न होने के कारण गर्भवती को कंधे पर टांग कर ले गए ग्रामीण, 8 किलोमीटर पैदल चलकर पहुंचाया अस्पताल
मध्यप्रदेश के बड़वानी जिले के एक गांव तक सड़क नहीं होने के कारण 20 वर्षीय गर्भवती महिला को उसके परिजन आठ किलोमीटर तक अस्थाई स्ट्रेचर पर अस्पताल लेकर आए
मध्यप्रदेश के बड़वानी जिले के एक गांव तक सड़क नहीं होने के कारण 20 वर्षीय गर्भवती महिला को उसके परिजन आठ किलोमीटर तक अस्थाई स्ट्रेचर पर अस्पताल लेकर आए. घटना बृहस्पतिवार की है. इसके वीडियो में कुछ लोग जिले के खमघाट गांव से रानीकाजल तक कपड़े और बांस की डंडियों से बने अस्थाई स्ट्रेचर पर गर्भवती महिला को कंधों पर लाते हुए दिखाई दे रहे हैं. महिला को कंधों पर लाने वाले ये लोग उसके परिवार के सदस्य और ग्रामीण थे.
ग्रामीणों में से एक राय सिंह ने बताया कि महिला को खमघाट से रानीकाजल के बीच आठ किलोमीटर तक अस्थाई स्ट्रेचर पर कंधों पर लाना पड़ा. सिंह ने बताया कि इसके बाद रानीकाजल से महिला को एंबुलेंस से पानसेमल अस्पताल पहुंचाया गया.
अब तक नहीं बनी सड़क
सिंह ने कहा, ''हम लंबे समय से अपने गांव तक सड़क बनाने के लिए आवेदन कर रहे हैं लेकिन किसी ने हमारे अनुरोध पर अब तक कार्रवाई नहीं की है. सड़क नहीं होने की वजह से वाहन गांव तक नहीं पहुंच पाते हैं इसलिए अस्पताल तक पहुंचना मुश्किल होता है.''
पानसेमल विकास खंड के चिकित्सा अधिकारी (बीएमओ) डॉ अरविंद किराड़े ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि स्वास्थ्यकर्मियों ने महिला के परिवार को उसे सरकारी अस्पताल ले जाने के लिए प्रेरित किया था.
डॉ किराड़े ने कहा, '' हालांकि, खामघाट से रानीकाजल तक मोटर वाहन चलने लायक सड़क नहीं होने के कारण महिला को उठाकर पैदल लाना पड़ा. महिला का पानसेमल अस्पताल में उपचार चल रहा है.''
घटना का वीडियो हुआ वायरल
इस घटना के वायरल वीडियो के बारे में पूछे जाने पर जिला पंचायत के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) ऋतुराज सिंह ने कहा कि वह संबंधित विभाग के साथ सड़क का मुद्दा उठायेंगे. सीईओ ने कहा, '' वन गांवों में सड़क निर्माण के लिए संबंधित अधिकारियों से अनापत्ति प्रमाण पत्र प्राप्त करना एक मुख्य समस्या है. मैं प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत इस सड़क के निर्माण के लिए संबंधित विभाग से बात करुंगा.''