Indifferent officer: पिछले साल भी उठा था यह ज्वलंत मुद्दा लेकिन अब तक शिफ्ट नहीं हो सके तार

Update: 2024-06-07 13:14 GMT
रायसेन Raisen बिजली के हाई टेंशन लाइन किताब स्कूल भवनों की छतों को छू रहे हैं। जिससे छात्रों पर हरदम जान को खतरा मंडराने से इनकार नहीं किया जा सकता है। मालूम हो कि यहां के बिजली खंबे और बिजली लाइंस है ट्रांसफार्मर अन्य जगह शिफ्ट करने का ज्वलन्त मुद्दा उठा था। लेकिन साल भर का समय गुजर जाने के बाद भी शिफ्ट नहीं हो सके। यह सब अधिकारियों की अदूरदर्शिता पूर्ण रवैया उदासीनता और मनमानी के चलते हो रहा है। मुखर्जी नगर स्थित कुछ निजी हायर सेकंडरी स्कूलों की छतों को छू रही है हाई टेंशन लाइनें।
आलम यह है कि स्कूल परिसर से बिजली तार निकले हैं, जबकि बाऊंड्रीवॉल की साइड में ही ट्रांसफार्मर रखा हुआ है। ट्रांसफार्मर के आसपास सुरक्षा संबंधी कोई इंतजाम नहीं किए गए हैं। यह स्थिति तब है जब इस स्कूल में शिक्षा सत्र चालू रहने पर छोटे बच्चे पढ़ाई करने आते हैं।जिससे उनकी जान हमेशा जोखिम में बनी रहती है। बिजली तार टूटकर गिरा तो क्या स्थिति बनेगी समझा जा सकता है। स्कूल प्रबंधन भी इस तरफ ध्यान देने की बजाए लापरवाही बरत रहता है।जिससे कभी कोई बड़ी घटना होने से इनकार नहीं किया जा सकता है।
Raisen
16 दिन बाद यानी 15 जून2024 से नवीन शिक्षा सत्र 2024-25 का श्रीगणेश Shri Ganesh होते ही स्कूलों में प्रवेश और पढ़ाई की शुरूआत हो जाएगी। इसी के साथ रायसेन के सबसे बड़े शासकीय सीएम राइज स्कूल में पढ़ाई करने आने वाले विद्यार्थियों को फिर परेशानी का सामना करना पड़ेगा। अब ऐसा क्यों होगा उसके बारे में जान लीजिए। स्कूल परिसर के अंदर से ही बिजली के हाईटेंशन लाइन निकली है। इससे विद्यार्थियों की जान हमेशा जोखिम में रहती है। प्रबंधन 
management 
ने इसे शिफ्टकरने बिजली कंपनी को अवगत कराया पर कुछ नहीं हुआ है। शासकीय सीएम स्कूल में दो हजार से अधिक छात्र संख्या मेँ दर्ज है। स्कूल परिसर के अंदर से हाईटेंशन लाइन निकली होने से पिछले कई साल से स्टॉफ व छात्र-छात्रा समस्या में हैं। पांच साल पहले हाईटेंशन लाइन का तार टूटकर नीचे गिर गया था।, उस समय आसपास कोई नहीं होने से बड़ा हादसा होते हुए टल गया था। स्कूल प्रबंधन का कहना है कि बिजली कंपनी को लाइन शिट करने पत्र लिखा है, लेकिन आज तक कुछ नहीं हो सका है।
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