Karnataka : पूर्व मंत्री नागेंद्र को तीन अगस्त तक न्यायिक हिरासत में भेजा गया
बेंगलुरु BENGALURU : महर्षि वाल्मीकि अनुसूचित जनजाति विकास निगम में करोड़ों रुपये के घोटाले Scams के सिलसिले में सोमवार को एक विशेष अदालत ने पूर्व मंत्री बी नागेंद्र को 3 अगस्त तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
बल्लारी के विधायक नागेंद्र को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के पास उनकी हिरासत अवधि 22 जुलाई को समाप्त होने के बाद अदालत में पेश किया गया। मौजूदा और पूर्व सांसदों/विधायकों की विशेष अदालत ने उन्हें 14 दिन की में भेज दिया, क्योंकि ईडी ने उनकी हिरासत अवधि बढ़ाने की मांग नहीं की थी। न्यायिक हिरासत
सुनवाई Hearing के दौरान नागेंद्र के वकील ने अदालत से अनुरोध किया कि उनके मुवक्किल के दिल में स्टेंट होने का संज्ञान लिया जाए। नागेंद्र को कड़ी सुरक्षा के बीच परप्पना अग्रहारा स्थित केंद्रीय कारागार भेजा गया। केंद्रीय एजेंसी ने नागेंद्र से 11 दिनों तक हिरासत में पूछताछ की थी। उन्हें 12 जुलाई को धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत ईडी ने राज्य भर में तलाशी अभियान के बाद गिरफ्तार किया था।
अधिकारियों को नागेंद्र और रायचूर ग्रामीण के विधायक बसनगौड़ा दद्दाल, जो निगम के अध्यक्ष हैं, के खिलाफ निगम में 194 करोड़ रुपये की कथित हेराफेरी से जुड़े कुछ दस्तावेज मिले हैं। दद्दाल से भी ईडी ने पूछताछ की है। करोड़ों रुपये के कथित घोटाले की जांच राज्य सरकार द्वारा गठित विशेष जांच दल (एसआईटी) और केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) कर रही है। घोटाले में कथित संलिप्तता के कारण नागेंद्र ने 6 जून को मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।