Ranchi रांची : पूर्व विधायक सीता सोरेन की बेटी जयश्री सोरेन ने कांग्रेस विधायक डॉ इरफान अंसारी को निशाने पर लिया है. सोशल मीडिया पोस्ट पर लिखा कि इरफ़ान अंसारी जी, संस्कार और आदर्शों की बात करने से पहले अपने गिरेबान में झाँकिए. महिलाओं का सम्मान करना सीखिए. अपने धर्म और आचरण में ईमानदारी लाइए. सस्ती राजनीति और झूठे आरोप लगाकर अपना राजनीतिक करियर बनाने की कोशिश बंद कीजिए.
झारखंड की जनता सच्चाई जानती है और सही निर्णय लेगी
झारखंड की जनता सच्चाई जानती है और सही निर्णय लेगी. आपकी इन हरकतों से न तो हमारे परिवार की छवि धूमिल होगी और न ही आपके झूठ के आधार पर कोई आपका साथ देगा. एक दिन आपका असली चेहरा सब देखेंगे. आपके दोहरे मापदंड और सस्ते राजनीतिक हथकंडों को उजागर करता है. आप “संस्कार” की बात कर रहे हैं, लेकिन क्या आपको याद है कि संस्कार के नाम पर आपने क्या-क्या किया है?
रिजेक्टेड माल जैसी घटिया भाषा बोली
आपने मेरी मां, सीता सोरेन के लिए रिजेक्टेड माल जैसे अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल किया था. क्या यही आपका संस्कार है? एक महिला का ऐसा अपमान करना आपके संस्कारों का स्तर दिखाता है.
मेरे और मेरी बहन के बारे में झूठे आरोप लगाये
आपने मुझ पर और मेरी बहन पर रवि मानती के 19 साल के बेटे को फंसाने जैसे शर्मनाक और निराधार आरोप लगाए. क्या यही आपके चरित्र का स्तर है? महिलाओं को बदनाम कर आप क्या साबित करना चाहते हैं?
बीजेपी की लड़कियों पर आपकी गलत टिप्पणी
आपने यह कहा कि “बीजेपी की लड़कियाँ रात में अपने कपड़े फाड़कर कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर आरोप लगाएंगी. यह क्या था, धमकी? आपने खुलेआम कह दिया कि अगर रात में आपके लोग कुछ भी करेंगे तो आप कहेंगे कि हमने पहले ही बताया था. क्या यही आपके संस्कार और राजनीति हैं? महिलाओं को डराना-धमकाना, क्या यही आपकी सोच है?
गिनती के बाद आपके कार्यकर्ताओं ने हुड़दंग मचाया
जब हम गिनती के बाद बाहर निकले, तो आपके कार्यकर्ताओं ने जो हुड़दंग मचाया, वह क्या आपके इशारे पर नहीं था? आपकी रणनीति थी कि महिलाओं का अपमान कर, उन्हें बदनाम कर, समाज में उनकी छवि खराब की जाये. क्या यही संस्कार हैं?
राम सिर्फ नाम नहीं, बल्कि एक आदर्श और विश्वास हैं
आपने मेरे चाचा हेमंत सोरेन जी को भगवान राम कहकर उनकी तुलना भगवान से कर दी. यह शब्द आपकी सुविधानुसार इस्तेमाल करने का माध्यम नहीं है. राम सिर्फ नाम नहीं, बल्कि एक आदर्श और विश्वास हैं. जब आप खुद मुसलमान हैं, तो आप अपने नेता को अल्लाह क्यों नहीं कहते? क्या आपको अपने धर्म पर भरोसा नहीं है?
आपके लिए धर्म केवल एक राजनीतिक औजार
आपने राम का नाम लेकर न केवल हिंदू धर्म का उपहास किया, बल्कि यह दिखाया कि आपके लिए धर्म केवल एक राजनीतिक औज़ार है. क्या आप सच में भगवान राम के आदर्शों को मानते हैं? अगर ऐसा होता, तो आप महिलाओं का अपमान नहीं करते.