जेलर पर फायरिंग मामले में शक सुई कुख्यात अमन साहू पर अटकी
जेलर प्रमोद कुमार पर जानलेवा हमले का शक कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू पर गहराता जा रहा है
Giridih: जेलर प्रमोद कुमार पर जानलेवा हमले का शक कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू पर गहराता जा रहा है. एक दिन पूर्व जेलर पर हुई फायरिंग के बाद से सदर एसडीपीओ अनिल सिंह, डीएसपी संजय राणा, मुफ्फसिल थाना प्रभारी विनय राम समेत नौ पुलिस अधिकारी मामले की जांच में जुटे हैं. बताया जा रहा है कि अभी तक जांच टीम के अधिकारियों क हाथ खाली है. उनके हाथ कोई पुख्ता सुराग तक नहीं लगा है.
बताया जा रहा है कि अब तक की जांच में शक की सुई घूम-घूम कर अमन साहू पर अटक जा रही है. मालूम हो कि तीन माह पूर्व ही अमन साहू को पलामू से गिरिडीह जेल शिफ्ट किया गया है. जानकारी के अनुसार अमन साहू पर 80 से अधिक अपराधिक मामले राज्य के विभिन्न थानों में दर्ज है. बेशक, अमन सलाखों के पीछे है लेकिन उसके गिरोह के सदस्य झारखंड के किसी भी हिस्से में आपराधिक वारदात को अंजाम देने से गुरेज नहीं कर रहे हैं.
जेल सूत्रों की मानें तो अमन साहू जेल का मठाधीश बनना चहता है. जेल में वह अपना वर्चस्व जमाना चाहता है. बताया जा रहा है कि जेल अधीक्षक और जेलर ऐसा करने में रोड़ा अटका रहे हैं. बताया जा रहा अमन साहू से मुलाकात करने वाले बड़ी संख्या में आते हैं. इसमें जेल प्रशासन की ओर से टोकाटोकी की जाती है. इतना ही नहीं नियमानुसार जेल के भीतर सूचना आदान प्रदान करने के तमाम संशाधन ब्लॉक हैं. अमन साहू की चाहत है कि जेल प्रबंधन पर दबाव बनाकर वह जेल से गिरोह को संचालित सके. बताते चलें कि कोलकाता से गिरफ्तार अमन साहू को कुछ दिन कोलकाता जेल में बंद रहा, तो उसके बाद उसे पलामू जेल में शिफ्ट कर दिया गया. पालूम से तीन माह पूर्व ही उसे गिरिडीह जेल में शिफ्ट किया गया है.