जम्मू-कश्मीर के बारामूला में 3 बच्चों को आदमखोर तेंदुए ने बनाया शिकार, पकड़ने या मारने का आदेश जारी
जम्मू-कश्मीर के बारामूला जिले में पिछले कुछ दिनों में तेंदुए के हमलों में तीन बच्चों की मौत की खबर सामने आई है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। जम्मू-कश्मीर के बारामूला जिले में पिछले कुछ दिनों में तेंदुए के हमलों में तीन बच्चों की मौत की खबर सामने आई है. जिसके बाद प्रशासन में हड़कंप मच गया है. इलाके के लोगों को तेंदुए के खतरे से बचाने और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए बारामूला के उपायुक्त (डीसी) सैयद सेहरिश असगर ने अधिकारियों को सभी उपलब्ध संसाधनों को जुटाकर तेंदुए को पकड़ने या खत्म करने का निर्देश दिया है.
एनडीटीवी.कॉम की एक खबर के मुताबिक असगर ने अपने कार्यालय में इस मामले से जुड़े सभी विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक के दौरान ये निर्देश जारी किया. जिससे आगे तेंदुए के किसी भी हमले की घटना को रोकने के लिए आदमखोर तेंदुए का शिकार करने के लिए तत्काल और जरूरी योजना बनाई जा सके. संबंधित विभागों के अधिकारियों को इस अभियान में समन्वय और सामंजस्य से काम करने पर जोर देते हुए डीसी ने जरूरत पड़ने पर सेना और अर्धसैनिक बलों की मदद लेने का भी निर्देश दिया. डीसी सैयद सेहरिश असगर ने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि आदमखोर तेंदुए को कम से कम समय में पकड़ा या मार दिया जाए.
आला अधिकारियों ने तेंदुए के शिकार के लिए सभी जरूरी अनुमति पहले ही दे दी है. डीसी असगर ने कहा कि इंसानो की जिंदगी की सुरक्षा के साथ-साथ वन्यजीवों की सुरक्षा भी जिला प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसके लिए हर संभव कोशिश की जाएगी. इसके साथ ही प्रशासन ने दिशा-निर्देश जारी करके आम लोगों को सलाह दी है कि सुरक्षा के मद्देनजर वे अपने बच्चों को अकेले और बेवजह जंगलों में न जाने दें. बच्चों के जंगलों में बेवजह या अकेले घूमने से तेंदुए को उन पर हमला करने का मौका आसानी से मिल जाता है. जब तक खतरा बन चुके तेंदुए को पकड़ या मार नहीं दिया जाता है, लोगों को जंगलों के करीब सावधान रहने की जरूरत है.