शिमला न्यूज़: हिमाचल प्रदेश में हो रही बारिश से जगह-जगह भूस्खलन हुआ है। इस वजह से कई सड़कों के अवरुद्ध होने से यातायात प्रभावित हुआ है। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार रविवार सांय तक भूस्खलन से राज्य भर में 41 सड़कें, पांच बिजली ट्रांसफार्मर और 9 पेयजल परियोजनाएं ठप रहीं।
कुल्लू जिला में 20, मंडी में 16, सोलन में तीन और कांगड़ा व चंबा जिलों में एक-एक सड़क बंद है। इसके अलावा मंडी में पांच ट्रांसफार्मर ठप पड़े हैं। चम्बा में आठ और लाहौल-स्पीति में एक पेयजल परियोजना भी बाधित है। रिपोर्ट के अनुसार भारी वर्षा से छह मकानों और पांच पशुशालाएं भी क्षतिग्रस्त हुई हैं। मंडी जिला में चार और शिमला व हमीरपुर में एक-एक मकान को नुकसान पहुंचा है। वहीं मंडी में तीन और हमीरपुर व शिमला में एक-एक पशुशाला धराशायी हुई। इस बीच शिमला जिला के रोहड़ू उपमंडल के चिडगांव क्षेत्र में हुए भूस्खलन में दो वाहन चपेट में आ गए और एक रिहायशी मकान क्षतिग्रस्त हुआ। हालांकि इस दौरान किसी तरह का जानी नुकसान नहीं हुआ।
भूस्खलन की यह घटना सुबह आठ बजे के करीब चिड़गांव-रोहल सड़क पर पंचायत घर के समीप हूआ है। इस दौरान सड़क किनारे पार्क एक ऑल्टो कार (HP03D-2109) और एक ट्रैक्टर (HP10A-9633) इसकी चपेट में आ गए। वहीं एक मकान को भी नुकसान पहुँचा है। पहाड़ी से गिरे मलबे व पत्थरों के कारण चिडगांव से रोहल, जाब्बल, मगियारी व गांवसारी को जाने वाली सड़क पर यातायात थम गया है। मौसम विभाग ने नौ और 10 अगस्त को राज्य के मैदानी व मध्य पर्वतीय क्षेत्रों में भारी वर्षा का येलो अलर्ट जारी किया है। राजधानी शिमला सहित राज्य के अधिकांश स्थानों पर रविवार को भी वर्षा का दौर जारी रहा। बीते 24 घंटों के दौरान मंडी जिला के गोहर में सर्वाधिक 80 मिमी वर्षा हुई, जबकि पालमपुर में 67, बिलासपुर में 63, बरठीं व नगरोटा सूरियां में 61-61, बैजनाथ में 55, बिजाई में 48, मनाली में 44, गग्गल में 41, पंडोह में 29, नाहन में 28, पांवटा साहिब व देहरा गोपीपुर में 27-27, जोगिंदर नगर में 26, कोठी में 20, धर्मशाला व गुलेर में 17-17 और करसोग में 15 मिमी वर्षा हुई है।