Shimla. शिमला। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने विपक्षी दल भाजपा के विधायकों द्वारा विधायक प्राथमिकता बैठक का बहिष्कार किए जाने के बाद नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर पर पलटवार किया है। राज्य सचिवालय में मीडिया से बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा में पद की लड़ाई चल रही है। जयराम की कुर्सी भी सुरक्षित नहीं है। विधायक उनके साथ नहीं हैं और न ही वह विधायकों को अपने साथ चल पा रहे हैं। इसलिए बैठक का बहिष्कार किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा के लिए यह कोई नई बात नहीं है। इससे पहले विधानसभा की कार्यवाही का बहिष्कार करते हैं। विधानसभा स्पीकर द्वारा बुलाई जाने वाली सर्वदलीय बैठक का बहिष्कार करते हैं और अब विधायक प्राथमिकता बैठकों का बहिष्कार कर रहे हैं। यदि बैठक में आते, तो क्या उन्हें कोई बोलने से रोक सकता था, लेकिन वह ऐसा नहीं करेंगे। सोमवार को बैठक में कांग्रेस के विधायकों और मंत्रियों तक ने यह बात कही कि उनके चुनाव क्षेत्र को कम पैसा मिला है।
जब मैंने आंकड़े देखे, तो पाया कि भाजपा विधायकों के चुनाव क्षेत्र में ज्यादा पैसा गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में समान रूप से विकास किया जा रहा है तथा इसी के दृष्टिगत सभी प्राथमिकताओं को पुन: अधिमान दिया गया है। उन्होंने कहा कि ऐसे विधानसभा क्षेत्रों सहित अन्य चुनाव क्षेत्रों में भी पिछले दो वर्ष में 251 योजनाओं के लिए 1691 करोड़ रुपए नाबार्ड द्वारा स्वीकृत करवाए गए हैं। श्रीनयनादेवी में 123 करोड़ नाबार्ड के तहत दो साल में दिया गया और उनकी लिमिट पूरी हो गई है। जयराम ठाकुर के विधानसभा क्षेत्र को भी ज्यादा बजट मिला है। करसोग में 127 करोड़ दिया गया और 174 करोड़ की लिमिट पूरी हो गई है। सुंदरनगर में 82 करोड़ और नाचन में 42 करोड़ दिए गए हैं। धर्मपुर में 38 करोड़ दिया गया है। सिराज में 50 करोड़ दिया गयाए जबकि लिमिट के कारण सिर्फ 44 करोड़ ही बनता था। इनके मुकाबले कांग्रेस विधायकों के चुनाव क्षेत्रों में इतना पैसा नहीं मिला है।