तुन्नू टनल के भीतर का काम पूरा होने के बाद खुलेगा मार्ग, दस जनवरी तक फोरलेन पर ट्रैफिक बंद
बिलासपुर
कीरतपुर-नेरचौक फोरलेन पर पंजपीरी के रास्ते स्वारघाट के लिए छोटी गाडिय़ों की आवाजाही शुरू कर दी गई है, लेकिन पहली से लेकर दस जनवरी तक फोरलेन पर छोटी गाडिय़ों की आवाजाही बंद रहेगी, क्योंकि अभी तुन्नू टनल के भीतर पेवमेंट क्वालिटी कंकरीट (पीक्यूसी) को डालने का कार्य किया जाना है, जिसके लिए निर्माता कंपनी द्वारा इंदौर से मशीनरी लाई जा रही है। इस कार्य के लिए दस दिन का समय लगेगा लिहाजा दस जनवरी के बाद ही छोटी गाडिय़ों के लिए फोरलेन को शुरू किया जाएगा। केंद्र सरकार ने गरामोड़ा से लेकर भवाणा मंडी तक फोरलेन को तैयार करने के लिए जून 2024 का लक्ष्य रखा है, लेकिन पहली अप्रैल, 2023 से यह फोरलेन यातायात के लिए शुरू हो जाएगा। यहां बता दें कि कुल 47 किलोमीटर के इस फोरलेन में छोटी-बड़ी पांच टनल और 22 मुख्य व 14 छोटे पुलों का निर्माण हो रहा है। फोरलेन में 48 छोटे बड़े पुलों का निर्माण हो किया जा है, जिसमें से अब तक 22 मुख्य पुलों में से लगभग 18 पुल तैयार हो चुके हैं और छह बड़े पुल निर्माणाधीन है।
इसके अतिरिक्त 16 छोटे पुलों में से 14 पुल तैयार हो चुके हैं और बाकी दो पुल निर्माणाधीन हैं, जिसका निर्माण समय पर पूरा किया जाएगा। कीरतपुर-नेरचौक पर पांच टनल बनाई जा रही हैं। इन सभी टनल के दोनो छोर पहले भी मिल चुके हैं। टनल नंबर एक स्वारघाट के कैंची मोड़ जगह पर बनाई जा रही है। उधर, उपायुक्त पंकज राय ने बताया कि पहली जनवरी से पंजपीरी के रास्ते स्वारघाट के लिए छोटी गाडिय़ों को शुरू करने की योजना थी लेकिन योजना में थोड़ा बदलाव किया गया है। तुन्नू टनल के भीतर का कार्य होना है जिसके लिए दस दिन का समय लग जाएगा लिहाजा दस जनवरी के बाद ही इस फोरलेन को छोटी गाडिय़ों के लिए शुरू किया जाएगा। वह 23 जनवरी को निर्माण कार्य का जायजा लेंगे।
फरवरी में बनकर तैयार हो जाएगी थापना टनल
उपायुक्त ने बताया कि बरमाणा से लेकर गरामोड़ा की दूरी 28 किलोमीटर रह जाएगी और आने जाने का सफर 56 किलोमीटर होगा। अभी थापना टनल का कार्य चल रहा है और फरवरी महीने तक यह कार्य पूरा होना है, जिसके बाद मार्च अंत तक लगभग सारा कार्य पूरा होगा।