Himachal Pradesh,हिमाचल प्रदेश: आयुष, युवा सेवाएं एवं खेल मंत्री यदविंदर गोमा ने आज अपने विधानसभा क्षेत्र जयसिंहपुर के जालग में बनने वाले जूनियर इंजीनियर (जेई) बिजली बोर्ड कार्यालय भवन की आधारशिला रखी। कार्यालय का निर्माण 28 लाख रुपये की लागत से किया जाएगा। उन्होंने विभाग को 31 मार्च से पहले कार्यालय भवन का कार्य पूरा करने के निर्देश दिए। जालग गांव में जनसभा को संबोधित करते हुए गोमा ने कहा कि यहां बिजली बोर्ड का उपमंडल कार्यालय स्थापित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जालग जयसिंहपुर विधानसभा क्षेत्र का प्रमुख स्थान है और यहां के लोगों की मांगों को पूरा करना तथा उन्हें मूलभूत सुविधाएं प्रदान करना उनकी प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि जालग मैदान में हाई-मास्ट सोलर लाइटें लगाई गई हैं तथा मैदान के सौंदर्यीकरण के लिए युवा सेवाएं एवं खेल विभाग से धनराशि उपलब्ध करवाई जाएगी। उन्होंने कहा कि जालग को जोड़ने वाली सभी सड़कों पर काम किया गया है ताकि लोगों को बेहतर सुविधाएं मिल सकें। उन्होंने कहा कि जालग आर्थ पट्ट तक सड़क की टारिंग अगले सीजन में की जाएगी तथा इसे सुआं तक जोड़ने तथा सड़क को चौड़ा करने के लिए राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) के माध्यम से धनराशि उपलब्ध करवाई जाएगी।
उन्होंने कहा कि भटवाड़ा नांदेड़ सड़क का निर्माण भी नाबार्ड के माध्यम से किया जाएगा। गोमा ने उपस्थित लोगों को सरकार के दो वर्ष पूरे होने पर बधाई दी तथा कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू के नेतृत्व में प्रदेश के अंतिम व्यक्ति तक सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाने का कार्य किया गया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने लोगों को दी गई 10 गारंटियों में से पांच गारंटियां दो वर्षों में पूरी कर दी हैं। प्रदेश के लगभग 1.36 लाख कर्मचारियों को सामाजिक सुरक्षा के साथ-साथ वृद्धा पेंशन का लाभ भी प्रदान किया गया है। इंदिरा गांधी प्यारी बहना सुख सम्मान निधि योजना के तहत प्रदेश की पात्र महिलाओं को चरणबद्ध तरीके से 1500 रुपये प्रतिमाह दिए जा रहे हैं। प्रदेश के किसानों व पशुपालकों को आर्थिक रूप से मजबूत करने के लिए मक्की व गेहूं के अतिरिक्त दूध पर भी समर्थन मूल्य तय किया गया है। गोमा ने कहा कि कांगड़ा जिले के ढगवार में 250 करोड़ रुपये की लागत से दूध प्रसंस्करण संयंत्र स्थापित किया जा रहा है। मंत्री ने जलेब गांव निवासी राकेश का विद्युत बोर्ड के कनिष्ठ अभियंता कार्यालय के लिए अपनी भूमि दान करने पर आभार व्यक्त किया तथा बोर्ड के अधिकारियों को आदेश दिए कि भवन निर्माण के बाद राकेश के लिए भी पट्टिका लगाई जाए ताकि लोगों को भी प्रेरणा मिले।