हिमाचल की सडक़ों से बर्फबारी को हटाने में विदेश की तर्ज पर पहली बार स्नो ब्लोअर मशीन का होगा इस्तेमाल

Update: 2022-11-26 07:27 GMT
शिमला
हिमाचल की सडक़ों से बर्फबारी को हटाने में विदेश की तर्ज पर पहली बार स्नो ब्लोअर मशीन का इस्तेमाल होगा। लोक निर्माण विभाग इन मशीनों को खरीदने जा रहा है। शुरुआत में दो ही मशीनें खरीदी जाएंगी, इन्हें जरूरत वाली जगहों पर शिफ्ट किया जाएगा। खास बात यह है कि शहर में मशीनों का इस्तेमाल नहीं होगा। शहर से बाहर लोक निर्माण विभाग की सडक़ों को बहाल करने में यह मशीनें लगाई जाएंगी। लोक निर्माण विभाग को मशीनें खरीदने की मंजूरी मिल गई है। इन दोनों मशीनों की खरीद पर चार करोड़ 74 लाख रुपए खर्च आने वाला है। एक मशीन दो करोड़ 37 लाख रुपए की है। इससे पूर्व प्रदेश के जम्मू-कश्मीर और लद्दाख से जुड़े हिस्सों में बीआरओ इस तरह की मशीनों का इस्तेमाल कर रहा है। यह मशीने भारी-भरकम बर्फ को हटाने में काम आती हैं।
शहरों में नहीं चलेंगे स्नो ब्लोअर
प्रदेश में शहरी इलाकों में स्नो ब्लोअर का इस्तेमाल नहीं हो पाएगा। दरअसल, यह ब्लोअर सडक़ से बर्फ को हटाकर उसे दोनों ओर फेंक देता है। शहरों में घनी आबादी है और सडक़ किनारे घर बने हुए हैं। ऐसे में ब्लोअर से फेंकी गई बर्फ इन घरों को नुकसान पहुंचा सकती है। इस संभावना को देखते हुए लोक निर्माण विभाग ने शहर में स्नो ब्लोअर के इस्तेमाल न करने की बात कही है। यहां छोटी मशीनों और अन्य माध्यमों से ही बर्फ हटाई जाएगी।
आचार संहिता हटते ही खरीददारी
स्नो ब्लोअर की खरीद को मंजूरी मिल चुकी है और इसके लिए बजट भी तय कर दिया है। आचार संहिता होने की वजह से किसी भी तरह की खरीद के टेंडर फिलहाल नहीं हो पा रहे हैं। दिसंबर में ही बर्फबारी का दौर शुरू हो जाता है। ऐसे में विभाग ने यह तय किया है कि आठ दिसंबर को परिणाम निकलने के बाद जैसे ही प्रदेश से आदर्श आचार संहिता हटेगी मशीनों की खरीद तेज कर दी जाएगी।
एनएच खोलने में मिलेगी मदद
स्नो ब्लोअर आने के बाद शिमला-किन्नौर नेशनल हाई-वे को तत्काल खोलने में मदद मिलेगी। बर्फबारी की वजह से यह मार्ग कई जगह बंद रहता है। इस स्थिति में वैकल्पिक मार्गों का इस्तेमाल करना पड़ता है, जिनकी दूरी अधिक है। विभाग दो में से एक मशीन राजधानी शिमला से बाहरी क्षेत्रों की बर्फ को हटाने में तैनात कर सकता है। हालांकि मशीनें लोक निर्माण विभाग की होंगी, लेकिन इससे बड़ी मदद नेशनल हाई-वे को बहाल करने में मिलेगी। शिमला-किन्नौर, शिमला-मटौर और शिमला-कालका तीनों ही नेशनल हाई-वे 20 से 50 किलोमीटर की दूरी तक बर्फबारी से प्रभावित रहते हैं
खरीददारी की औपचारिकताएं पूरी
लोक निर्माण विभाग के प्रमुख अभियंता अजय गुप्ता ने बताया कि हिमाचल में पहली बार पीडब्ल्यूडी स्नो ब्लोअर खरीदने जा रहा है। इसकी खरीद को लेकर तमाम औपचारिकताएं पूरी हो चुकी हैं। आदर्श आचार संहिता हटते ही खरीद को लेकर टेंडर लगाए जाएंगे। स्नो ब्लोअर के लिए बजट जारी हो चुका है। एक स्नो ब्लोअर की कीमत करीब दो करोड़ 37 लाख रुपए है। स्नो ब्लोअर का इस्तेमाल शहर से बाहरी इलाकों में किया जाएगा। इनके इस्तेमाल में सफलता मिलती है, तो भविष्य में अतिरिक्त ब्लोअर भी खरीदे जाएंगे।
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