शिमला पुलिस ने हरियाणा से गिरफ्तार किया ड्रग स्पलायर, नशा तस्करी के अंंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़
शिमला, रोहड़ू: शिमला पुलिस ने अंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ किया है। शिमला पुलिस ने एक बड़े ड्रग सप्लायर को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने पांच राज्यों में नशा तस्करी का नेटवर्क चला रहे तस्कर को हरियाणा के कैथल से गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि आरोपी का हिमाचल, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और उत्तरखंड में नेटवर्क फैला हुआ था। आरोपी की गैंग में शामिल रामपुर एरिया के 16 लोगों को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। पुलिस ने आरोपी का 60 लाख रुपए की राशि का बैंक खाता भी फ्रीज कर दिया है। जानकारी के अनुसार शिमला पुलिस ने फरवरी माह में एनडीपीएस एक्ट के तहत दर्ज किए गए केस की वित्तीय जांच में हरियाणा के कैथल से एक बड़े ड्रग सप्लायर को गिरफ्तार किया है। आरोपी की पहचान संजय भोरिया पुत्र मेवा राम निवासी मकान संख्या 208 सरकारी स्कूल मटोर के पास तहसील कलयात जिला कैथल हरियाणा के रूप में हुई है।
वित्त मंत्रालय के राजस्व विभाग के तहत सक्षम प्राधिकारी और प्रशासक एसएएफईएम (एफओपी) 1976 और एनडीपीएस एक्ट 1985 दिल्ली द्वारा लगभग 60 लाख रुपए की राशि वाले उनके एक्सिस बैंक खाते को फ्रीज कर दिया गया था। इसके अलावा जांच में पाया गया है कि उसने आज तक कोई आयकर रिटर्न दाखिल नहीं किया है। आगे की संपत्ति और वाहन से संबंधित स्वामित्व विवरण संबंधित अधिकारियों के साथ पत्राचार किया गया है। बताया जा रहा है कि आरोपी इतने सालों से गुपचुप तरीके से नशा तस्करी का अवैध कारोबार चला रहा था। उधर, एसपी संजीव गांधी का कहना है कि पुलिस नशा माफिया के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर रही है। एसपी ने कहा कि पुलिस ने नशा तस्करी के मुख्य सप्लायर को हरियाणा के कैथल से गिरफ्तार किया है। एसपी ने कहा कि आरोपी का नेटवर्क पांच राज्यों में, जिनमें हिमाचल, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब और उत्तराखंड में फैला हुआ था। एसपी ने कहा कि आरोपी की गैंग में शामिल 16 आरोपियों को नशा तस्करी के मामलों में पहले से गिरफ्तार किया जा चुका है। आरोपी को अदालत में पेश करने पर अदालत ने पांच दिन के पुलिस रिमांड पर भेजने के आदेश दिए हैं। एसपी ने कहा कि पुलिस की पूछताछ में आरोपी से नशा माफिया जुड़े कई अहम खुलासे हो सकते हैं।