प्रदेश के राशन डिपुओं में जल्द लगेंगी आईरिस मशीनें, अब आंखें स्कैन कर मिलेगा राशन
शिमला
प्रदेश के राशन डिपुओं में अंगूठा स्कैन करने के बजाए अब आंखें स्कैन करके उपभोक्ताओं को राशन मिलेगा। प्रदेश के राशन डिपुओं में आईरिस मशीनें के लिए चेन्नई की ओएएसवाईएस कंपनी को काम सौंप गया है। उक्त कंपनी राशन डिपो में लगाई जाने वाली एक आईरिस मशीन का 1050 रुपए के हिसाब से प्रतिमाह किराया वसूल करेगी। इसके अलावा मशीनों की मेंटिनेस भी कंपनी द्वारा ही करवाई जाएगी। खाद्य आपूर्ति विभाग के पास अभी तक 250 आईरिस मशीनें पहुंच गई हैं। प्रदेश के राशन डिपुओं में जल्द ही आई स्कैनिंग सिस्टम शुरू किया जाएगा। राशन डिपुओं में आईरिस मशीनें लगने के बाद यह सुविधा और भी आधुनिक हो जाएगी। इससे पहले अंगूठा पंच करके उपभोक्ताओं को डिपो में राशन दिया जाता था।
लेकिन कई उपभोक्तओं के फिंगर प्रिंट पोस मशीन में स्कैन न होने के कारण उपभोक्ताओं को राशन लेने के लिए दिक्कतों का सामना करना पड़ा है। आईरिस मशीने लगाने के लिए खाद्य आपूर्ति विभाग द्वारा टेंडर प्रक्रिया पूरी करने के बाद चेन्नई की कंपनी को राशन डिपुओं में आईरिस मशीनें लगाने का काम सौंपा गया है। प्रदेश में पांच हजार से अधिक राशन डिपुओं में आईरिस मशीने लगने से प्रदेश के करीब 19 लाख उपभोक्ताओं को इसका लाभ मिलेगा।