स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 में मंडी नगर निगम को पछाड़ते हुए सोलन नगर निगम ने प्रदेश में पहला स्थान प्राप्त किया

केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय द्वारा किए गए स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 में सोलन नगर निगम ने प्रदेशभर में पहला स्थान प्राप्त किया है।

Update: 2022-10-02 06:25 GMT

न्यूज़ क्रेडिट : divyahimachal.com

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय द्वारा किए गए स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 में सोलन नगर निगम ने प्रदेशभर में पहला स्थान प्राप्त किया है। पचास हज़ार की कम आबादी वाली श्रेणी में सोलन ने मंडी नगर निगम को पछाड़ते हुए यह उपलब्धि हासिल की है। इतना ही नहीं सोलन नगर निगम ने इसी श्रेणी में नॉर्थ जोन की रैंकिंग में भी अपने प्रदर्शन को बेहतर करते हुए 31वां स्थान हासिल किया है। निगम की इस उपलब्धि पर सोलन शहर में खुशी का माहौल है। बता दें कि 2022 के स्वच्छता सर्वेक्षण के नतीजे आ गए है। इस बार हिमाचल ने इसमें अच्छी छलांग लगाई है।

सर्वे के आए नतीजों में 50 हजार की जनसंख्या में स्वच्छता सर्वेक्षण में मंडी को पछाड़ कर सोलन हिमाचल में नंबर वन बना है। जोनल रैंकिंग में 50 हज़ार से कम की आबादी में सोलन ने 129 पायदान की छलांग लगाते हुए 31वां स्थान प्राप्त किया है। पहले सोलन की जोनल रैंफाई सर्वेक्षण में गत वर्ष सोलन के 1473 अंक थे जबकि इस बार 2962.7 मील हैं। बद्दी नगर परिषद 2323.14 अंकों के साथ दूसरे, पांवटा साहिब 2287.65 अंक के साथ तीसरे और नाहन नगर परिषद 2183.18 अंक के साथ चौथे नंबर पर है। मंडी नगर निगम को इस बार तगड़ा झटका लगा है और वह इस श्रेणी में 1271.08 अंक के साथ सबसे नीचे है।
स्वच्छता सर्वेक्षण में 50 हज़ार तक की आबादी की श्रेणी में सोलन नंबर एक बना है। यह सभी सोलन वासियों के लिए खुशी की बात है। सोलन जोनल रैंकिंग में काफी ऊपर आया है।
शिमला शहर 56वें स्थान पर
शिमला। स्वच्छता सर्वेक्षण 2022 में शिमला शहर ने इस बार शानदार प्रदर्शन किया हैं। 46 रैंक की उछाल के साथ इस बार शिमला शहर देशभर में 56वें रैंक पर रहा हैं। शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज ने बताया कि स्वच्छता सर्वेक्षण-2022 के नतीजों में शिमला पिछले साल के 102 रैंक को पीछे छोड़ते हुए 56 वें स्थान पर आया है। भारद्वाज ने स्वच्छता के क्षेत्र में शिमला की इस बड़ी छलांग का श्रेय स्वच्छता शिमला नगर निगम के सैहब कर्मचारियों को दिया है।
भारद्वाज ने कहा कि पिछले वर्ष 102 वें स्थान में आने के बाद स्वच्छता के मामले को उनका कार्यालय लगातार मॉनिटर कर रहा था। भारद्वाज ने कहा कुछ मापदंडों में शिमला का स्कोर राष्ट्रीय औसत से भी बेहतर है। भारद्वाज ने नगर निगम शिमला के अन्य कर्मचारियों और शिमला शहर कि जनता का भी आभार व्यक्त किया। भारद्वाज ने बताया कि पिछले एक साल में शिमला में स्वच्छता कि दृष्टि से बहुत से कदम उठाये है। स्मार्ट सिटी के तहत शिमला में 34 गाडिय़ां कूड़ा ले जाने के लिए खरीदी गई हैं, जिस पर साढ़े तीन करोड़ रुपए खर्च हुए हैं। भारद्वाज ने बताया कि सर्वेक्षण में पाया गया है कि बाजार, रिहायशी क्षेत्रों में स्वच्छता की स्थिति बेहतर हुई है।
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