Hamirpur हमीरपुर: नैदून के रंधड़ गांव में रविवार दोपहर को लगी भीषण आग से 30 झोपड़ियां जलकर राख हो गईं, जिसमें वहां रह रहे प्रवासियों का सबकुछ जल गया। आशंका जताई जा रही है कि कोई काम पर जाते समय झोपड़ी में जलता हुआ चूल्हा छोड़ गया था, जिस कारण यह आग लगी। दोपहर को जब लोगों ने वहां धुआं उठता देखा तो सभी मौके पर पहुंचे और आग बुझाने का प्रयास किया, लेकिन असफल रहे। जब तक फायर ब्रिगेड की गाड़ियों ने आग पर काबू पाया, तब तक सबकुछ जलकर राख हो चुका था। सूचना मिलते ही तहसीलदार रोहित कंवर मौके पर पहुंचे और अपनी निगरानी में राहत कार्य करवाया। उन्होंने बताया कि पीड़ितों के रहने-खाने की व्यवस्था कर दी गई है, उन्हें टेंट और बिस्तर भी उपलब्ध करवा दिए गए हैं।
उन्होंने बताया कि यह झोपड़ियां निजी भूमि पर बनाई गई हैं। उन्होंने भूमि मालिक को चेतावनी भी दी है कि झोपड़ी के निर्माण में नियमों का पालन नहीं किया गया है। मौके पर पहुंचे एसडीएम नैदून राकेश शर्मा ने कहा कि अगर कोई निजी भूमि पर झुग्गियां बनाने में नियमों का पालन नहीं करता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि पीड़ितों की मदद के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं तथा प्रत्येक पीड़ित को 2000 रुपये की राहत राशि प्रदान की जा रही है।