मणिकर्ण में बादल फटने से आई बाढ़, बह गई तीन कैंपिंग साइट, इस हादसे में कई पर्यटकों के बहने की आशंका
हिमाचल प्रदेश में बारिश से भारी नुकसान हुआ है। कुल्लू जिला के मणिकर्ण में बादल फटने से तीन कैंपिंग साइट बह गई।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। हिमाचल प्रदेश में बारिश से भारी नुकसान हुआ है। कुल्लू जिला के मणिकर्ण में बादल फटने से तीन कैंपिंग साइट बह गई। इसके अलावा छह कैफे, एक होम स्टे व गेस्ट हाउस भी बाढ़ की चपेट में आ गए। इस हादसे में कई पर्यटकों के भी बहने की आशंका है। बताया जा रहा है मंडी का कैफे संचालक भी बाढ़ में बह गया है। प्रशासन ने रेस्क्यू आपरेशन शुरू कर दिया है। बादल फटने के बाद मणिकर्ण के चोझ नाले में बाढ़ आ गई, जिससे भारी नुकसान हुआ है।
नाले पर बना पुल भी बाढ़ की चपेट में आकर बह गया है। नाला अभी भी उफान पर है। प्रशासन पड़ताल कर रहा कि कैंपिंग साइट में कितने पर्यटक ठहरे हुए थे। प्रशासन की तरफ से आंकड़ा आ जाने के बाद ही पर्यटकों की संख्या की पुष्टि हो पाएगी। लेकिन बताया जा रहा है यह आंकड़ा काफी ज्यादा हो सकता है।
बादल फटने से 33 केबी एचपीपीसीएल की लाइन, हरीसन की हाई वोल्टेज की लाइन भी क्षतिग्रस्त हुई है। बादल फटने से पार्वती नदी के उपर बने चोझ पुल के बहने से टीम घटना स्थल तक नहीं पहुंच पा रही है। चोझ में न तो बिजली न पानी की सुविधा है। यहां रह रहे लोग डर के साये में है। चोझ गांव में पेयजल पाइप लाइन क्षतिग्रस्त होने से लोग परेशान है।
चोंज पंचायत के प्रधान चुन्नी लाल के अनुसार बाढ़ में पांच लोगों की बहने की आशंका है। इसमें दो पर्यटक दो रसोइये व एक कैंपिंग साइट संचालक शामिल है। अभी राहत व बचाव कार्य जारी है।
पुलिस अधीक्षक कुल्लू गुरदेव शर्मा का कहना है राहत एवं बचाव कार्य के लिए टीम मौके पर पहुंच गई है। अभी किसी के लापता होने की रिपोर्ट नहीं है। लेकिन पुलिस व प्रशासन पड़ताल कर रहे हैं।
वहीं, शिमला जिला ढली में भूस्खलन से एक महिला की मौत हो गई है, जबकि दो लोग घायल हैं। यहां भी प्रशासन की ओर से राहत व बचाव कार्य किया जा रहा है। हादसे में घायल दोनों लोगों को आइजीएमसी शिमला में उपचाराधीन किया गया है।