यूरोपियन सलाद उगाने में कुल्लू की आबोहवा अनुकूल

जिला कुल्लू के यूरोपियन सलाद की मांग देश की मंडियों और प्रमुख शहरों में बढ़ गई है

Update: 2022-05-29 05:11 GMT
जिला कुल्लू के यूरोपियन सलाद की मांग देश की मंडियों और प्रमुख शहरों में बढ़ गई है। आपूर्ति बढ़ने से इसके दामों में भी बढ़ोतरी हो गई है। दिल्ली, चंडीगढ़ और बंगलूरू समेत अन्य मंडियों में कुल्लू में तैयार यूरोपियन सलाद 250 से 300 रुपये प्रति किलो बिक रहा है। यूरोपियन सलाद घर-द्वार 100 से 120 रुपये किलो बिक रहा है। इससे जिले के सैकड़ों आईसवर्ग उत्पादकों (किसान) के चेहरों पर रौनक आ गई है। यूरोपियन सलाद की पांच सितारा होटलों और रेस्तरां में ज्यादा मांग है। विदेशी पर्यटक और देश-विदेश के सैलानी भी इसे काफी पसंद कर रहे हैं। कुल्लू से ट्रकों के माध्यम से सप्लाई जा रही है।
दिल्ली, बंगलूरू, मुंबई और चंडीगढ़ मंडियों और शहरों के अलावा हिल स्टेशनों के होटलों में भी इसकी मांग है। कुल्लू घाटी के सलाद उत्पादक कमल, सुरेश, किरण, केहर सिंह, खीम सिंह, केहर सिंह, चुनी लाल, महेंद्र सिंह और खुशहाल ने कहा कि सलाद की खेती से अच्छी कमाई हो रही है। कुल्लू के सेऊबाग, थरमाण, बंदरोल, गाहर, बबेली, नगवाईं और काईस आदि क्षेत्रों में किसान इसकी खेती कर रहे हैं। गत दो वर्ष कोविड-19 के चलते होटलों और रेस्तरां बंद रहने से थोड़ा नुकसान झेलना पड़ा था, लेकिन इस साल अच्छे दाम मिल रहे हैं।
यूरोपियन सलाद उगाने में कुल्लू की आबोहवा अनुकूल
जिले की आबोहवा यूरोपियन सलाद उगाने के लिए अनुकूल है। कई प्रगतिशील किसान इसकी पैदावार कर खासा मुनाफा भी कमा रहे हैं। जिले में सैकड़ों बीघा जमीन पर किसान यूरोपियन सलाद उगा रहे हैं। किसान सभा के उपाध्यक्ष देव राज नेगी ने कहा कि इस वर्ष किसानों को आईसवर्ग के उम्दा दाम मिल रहे हैं। यह देश की मंडियों और शहरों में 250 से 300 रुपये किलो बिक रहा है। घर-द्वार पर 120 रुपये किलो दाम मिल रहे हैं।
किसान सलाद की अच्छी कर रहे खेती : डॉ. पंजवीर
कृषि विभाग कुल्लू के उपनिदेशक डॉ. पंजवीर ठाकुर ने बताया कि यूरोपियन सलाद और विदेशी सब्जियों के लिए यहां की जलवायु अनुकूल है। जिले में सैकड़ों बीघा जमीन पर किसान सलाद की खेती कर अच्छी कमाई कर रहे हैं। उधर, होटलियर एसोसिएशन मनाली के पूर्व अध्यक्ष एवं मुख्य संरक्षक गजेंद्र ठाकुर का कहना है कि सैलानी यूरोपियन सलाद की अधिक मांग करते हैं। पांच सितारा होटलों और रेस्तरां में इसकी मांग अधिक रहती है।
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