भरैडा गांव में पुल न होने से बच्चे जान जोखिम में डालने को मजबूर, पढ़ाई के लिए उफनती खड्ड पार कर रहे छात्र
लडभड़ोल
जोगिंद्रनगर विधानसभा क्षेत्र की तहसील लडभड़ोल की ग्राम पंचायत पिहड बेढहलू के गांव भरैडा के करीब आधा दर्जन परिवारों के बच्चे बरसातों के दिनों में अपनी जान जोखिम में डालकर स्कूल पहुंचने को मजबूर हैं। शिक्षा प्राप्त करने के लिए इन बच्चों को बरसात के दिनों में कड़ी मशक्कत करनी पड़ती है। गांव और स्कूल के मध्य खड्ड है और अकसर बरसात के दिनों में खड्ड का जलस्तर बढ़ जाता है। खड्ड पर पुल न होने के कारण बरसातों में पानी के तेज बहाव के कारण खड्ड पार करना काफी जोखिम भरा काम है। ऐसे में बरसातों के दिनों में स्कूली बच्चों को अकसर परेशानी का सामना करना पड़ता है और इस तरह अपनी जान जोखिम में डालकर खड्ड पार करके स्कूल जाना पड़ता है। पिछले कई दशकों से गांववासियों द्वारा इस समस्या को हल करने के लिए कई बार पंचायत, विभाग व प्रशासनिक अधिकारियों सहित मंत्रियों के आगे गुहार लगाने के बाद भी समस्या जस की तस है, जिसका खामियाजा स्थानीय लोगों खासकर स्कूली बच्चों को झेलना पड़ रहा है।
एक तरफ जहां प्रदेश सरकार शिक्षा सुविधाओं और गांव-गांव में विकास का ढिंढोरा पीटकर वाहवाही लूट रही है, वहीं ऐसी समस्याओं पर प्रदेश सरकार की कोई नजर नहीं है। गांववासियों में सुभाष बक्शी, राम वीर सिंह, संतोष कुमार व विनय कुमार आदि ने बताया कि ग्रामीण कई वर्षों से यहां पुल की मांग करते आए हैं। उन्होंने कई बार विधायक से भी इस बारे में बात की है पर आज तक इन गांववासी की सुनवाई नहीं हो पाई हैं। उन्होंने प्रदेश सरकार से मांग करते हुए कहा कि जल्द से जल्द यहां पुली या पुल का निर्माण करवाया जाए। इस बारे में ग्राम पंचायत पिहड़ बेढहलू की प्रधान रेणु देवी ने कहा कि इस संबंध में कई बार पंचायत की मीटिंग में भी पुल का प्रस्ताव डाला गया है और इस संबंध में स्थानीय विधायक से भी बात की गई है पर लोक निर्माण विभाग इस पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। इस बारे में लोक निर्माण विभाग उपमंडल के सहायक अभियंता राहुल ठाकुर ने बताया कि इस संबध में रिपोर्ट उच्चअधिकारियों को भेजी गई है और उच्चअधिकारियों की और से जवाब आने पर ही कार्य शुरू किया जाएगा। (एचडीएम)