भाजपा के सामने बड़ा सवाल, राजन सुशांत के सामने चाहिए मजबूत उम्मीदवार, डाक्टर सतीश शर्मा पर निगाहें
धानसभा क्षेत्र में डाक्टर राजन सुशांत के आप में जाने के बाद एक बार फिर सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी को चुनाव मैदान में उम्मीदवार उतारने को लेकर अपनी रणनीति बदलने पर विचार करना पड़ सकता है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। धानसभा क्षेत्र में डाक्टर राजन सुशांत के आप में जाने के बाद एक बार फिर सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी को चुनाव मैदान में उम्मीदवार उतारने को लेकर अपनी रणनीति बदलने पर विचार करना पड़ सकता है। पिछली बार फतेहपुर विधानसभा उपचुनाव में आजाद उम्मीदवार के रूप में पूर्व मंत्री व सांसद डाक्टर राजन सुशांत ने ब्राह्मण कार्ड को भुनाकर 14 हजार से ज्यादा वोट लेकर मुकाबले को तिकोना बनाकर सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी को पराजय के मुंह में धकेल दिया था। अब जबकि एक साल के भीतर ही फिर फतेहपुर विधानसभा क्षेत्र में चुनावी जंग शुरू होने वाली है और जिस तरह डा. राजन सुशांत ने आप पार्टी का सेहरा बांध कर फतेहपुर विधानसभा चुनाव में दूल्हा बनकर चुनावी जंग का ऐलान कर दिया है, उसको देखकर भारतीय जनता पार्टी को भी जातीय समीकरण को ध्यान में रखते हुए अपनी रणनीति बदलनी पड़ सकती है। भारतीय जनता पार्टी अगर ब्राह्मण उम्मीदवार को चुनाव मैदान में यहां पर उतारती है तो उसका सीधा डा. राजन सुशांत को नुकसान होगा। ऐसे में भारतीय जनता पार्टी के पास ब्राह्मण समुदाय से एक सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में डाक्टर सतीश शर्मा मौजूद हैं। डाक्टर सतीश शर्मा एक आयुर्वेदिक डाक्टर के रूप में अपने घर में ही एक हॉस्पिटल चलाते हैं और बढिय़ा है।