सीजन के दौरान अब तक प्रदेश की मंडियों में 1.66 करोड़ सेब पेटी का कारोबार

Update: 2023-10-10 11:14 GMT
शिमला। हिमाचल में वजन के हिसाब से सेब की व्यवस्था के बाद इस वर्ष 48 प्रतिशत सेब बाहरी मंडियों में गया है। हालांकि 52 प्रतिशत सेब हिमाचल में एपीएमसी की मंडियों में बिका है और यह सेब वजन के हिसाब से ही बेचा गया है। बागबानी विभाग के अनुसार प्रदेश में अब तक कुल 1.66 करोड़ सेब की पेटियां मंडियों में पहुंची है। इनमें से 85,48,563 सेब की पेटियां हिमाचल में एपीएमसी की मंडियों में बिकी है, जबकि 81,17,981 सेब की पेटियां बाहरी राज्यों की मंडियों और हिमाचल प्रदेश में एपीएमसी की मंडियों के बाहर बिकी है। राज्य सरकार ने प्रदेश में बागबानों की मांग पर वजन के हिसाब से सेब बेचने की व्यवस्था शुरू की है। एक पेटी में वजन की अधिकतम सीमा 24 किलो रखी गई है। मंडियों में तोलकर पेटियों को बेचने के आदेश जारी किए है।
इस व्यवस्था के बाद भी 48 प्रतिशत सेब बाहरी राज्यों की मंडियों में पुरानी व्यवस्था के हिसाब से बेचा गया है। बागबानी विभाग के आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली की आजादपुर मंडी में 24 किलो की सेब की पेटी को पिछले वर्षों से बेहतर होलसेल रेट मिला है। वर्ष 2021 में जहां रॉयल किस्म के सेब की पेटी को औसतन 1920 रुपए का दाम मिला। वर्ष 2022 में 1440 और इस वर्ष 2023 में 2016 रुपए का दाम मिला है। वहीं, रेड गोल्ड वर्ष 2021 में आजादपुर मंडी में 960 रुपए, वर्ष 2022 में 1320 रुपए और वर्ष 2023 में सिर्फ 864 रुपए का औसतन दाम 24 किलो की पेटी को मिला है।
Tags:    

Similar News

-->