ट्रिब्यून समाचार सेवा
चंडीगढ़, 17 दिसंबर
हरियाणा राज्य सतर्कता ब्यूरो (वीबी) ने पिछले 24 घंटों के दौरान अलग-अलग घटनाओं में 1.95 लाख रुपये रिश्वत लेते और मांगते हुए एक एक्सईएन, कनिष्ठ अभियंता, पुलिसकर्मी, रजिस्ट्री क्लर्क, पटवारी और कंप्यूटर ऑपरेटर सहित छह अधिकारियों को पकड़ा।
विजिलेंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने आज जानकारी साझा करते हुए बताया कि पहले मामले में अंबाला में पदस्थापित पटवारी वीरेंद्र चीमा को 25 हजार रुपये की रिश्वत लेते पकड़ा गया. उसने परिवादी से जमीन खेवट बंटवारे के एवज में रिश्वत ली थी। जब पटवारी ने रिश्वत की मांग की तो शिकायतकर्ता ने वीबी से संपर्क किया. विजिलेंस की टीम ने शिकायत की जांच के बाद जाल बिछाया और पटवारी को रिश्वत के पैसे के साथ रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया।
दूसरे मामले में विजीलैंस ने कादीपुर गुरुग्राम उपतहसील कार्यालय में पदस्थापित रजिस्ट्री क्लर्क वेद प्रकाश को हयातपुर गुरुग्राम गांव स्थित भूखंडों के आपसी हस्तांतरण के लिए 80 हजार रुपये की रिश्वत मांगते हुए गिरफ्तार किया.
तीसरे मामले में विजीलैंस टीम ने हरियाणा कौशल रोजगार निगम के कम्प्यूटर आपरेटर चंदर शेखर को सिंचाई विभाग के एक्सईएन नवीन कुमार यादव के साथ शिकायतकर्ता का ठेकेदार लाइसेंस (निर्माण) तैयार करने के एवज में 5000 रुपये की रिश्वत लेते पकड़ा। .
आरोपी चंदर शेखर को 5000 रुपये लेते हुए गिरफ्तार किया गया, जबकि नवीन कुमार यादव, एक्सईएन को ठेकेदार को लाइसेंस जारी करने के मामले में 20,000 रुपये रिश्वत लेने और स्वीकार करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया.
चौथे मामले में विजीलैंस की एक टीम ने कनिष्ठ अभियंता, बागवानी विंग, नगर निगम, गुरुग्राम मुकेश को बिल भुगतान की सुविधा के बदले एक शिकायतकर्ता से 60,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया, जो नागरिक निकाय के पास लंबित थे।
पांचवें मामले में रादौर थाने में दर्ज एक दुर्घटना के मामले में जांच पूरी करने के एवज में पांच हजार रुपये की रिश्वत लेते यमुनानगर जिले में तैनात हेड कांस्टेबल अजय कुमार को गिरफ्तार किया गया.
वीबी प्रवक्ता ने कहा कि आगे की जांच चल रही है।