चंडीगढ़ :- हरियाणा के उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि Defence के क्षेत्र में लगने वाली कंपनियों को हरियाणा सरकार की तरफ से विशेष रियायतें प्रदान की जाएंगी. यह जानकारी डिप्टी सीएम ने गुजरात के गांधीनगर में आयोजित "डेफएक्सपो-22" के दौरान "हरियाणा पवेलियन" में विभिन्न कंपनी प्रतिनिधियों से बातचीत करते हुए साझा की. डिप्टी सीएम ने वहां भारतीय कंपनियों द्वारा बनाये गए आधुनिक हथियारों की प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया.
दुष्यंत चौटाला
हमारी सेना को एडवांस हथियारों की जरूरत
दुष्यंत चौटाला ने कहा कि वैसे तो भारत की सेनाओं ने हमेशा ही अपनी क्षमता साबित की है फिर भी बदलते तकनीकी युग को देखते हुए हमारी सेना को Advanced हथियारों की आवश्यकता है. उन्होंने "मेक इन इंडिया" नीति के तहत देश की कंपनियों द्वारा निर्मित आधुनिक हथियारों को देखने के बाद कहा कि अब भारत दुश्मन देशों के किसी भी दुस्साहस का जवाब देने के लिए पूर्ण रुप से तैयार है.
हरियाणा की भूमिका अविस्मरणीय
दुष्यंत ने कहा कि हरियाणा का सेना में हमेशा से ही विशेष योगदान रहा है. उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम में क्षेत्रफल व जनसंख्या की दृष्टि छोटा राज्य होते हुए भी हरियाणा की भूमिका को कोई भी नकार नहीं सकता. अब हरियाणा देश के लिए आधुनिक हथियार बनाने में योगदान देने को भी तैयार है और इस क्षेत्र की कम्पनियों को हरियाणा में निवेश करने पर विशेष रियायतें प्रदान की जाएंगी. डिप्टी सीएम ने कहा कि नया भारत इरादों, आधुनिकता और क्रियान्वयन के मंत्र के साथ रक्षा क्षेत्र में भी आगे की ओर अग्रसर है.
वर्तमान में 8 गुना तेज हुआ है रक्षा निर्यात
पहले भारत को दुनिया का सबसे बड़ा रक्षा आयातक माना जाता था लेकिन नए भारत ने अपने इरादे एवं इच्छाशक्ति दिखाई और 'Make In India' आज रक्षा क्षेत्र में सफलता की एक कहानी बन गया है. हाल के वर्षों में हमारा रक्षा Export आठ गुना तेज हुआ है. हम दुनिया के 75 से अधिक देशों में रक्षा सामग्री और उपकरणों का निर्यात कर रहे हैं और वर्ष 2021-22 में भारत से रक्षा निर्यात 1.59 अरब डॉलर यानी लगभग 13 हजार करोड़ रुपये तक हो गया. आने वाले समय में भारत सरकार ने इसे 5 अरब डॉलर यानी 40 हजार करोड़ रुपये तक पहुंचाने का Target तय किया है.