Haryana में दलित लड़की की आत्महत्या पर विवाद पर हरियाणा के मंत्री गौरव गौतम ने कही ये बात
Palwal: लोहारू में एक दलित लड़की की आत्महत्या को लेकर उठे विवाद और आरोप है कि पीड़िता पर कॉलेज अधिकारियों द्वारा "कॉलेज की फीस न चुकाने" के लिए निदेशक के बेटे के साथ शारीरिक संबंध बनाने का दबाव बनाया गया था।हरियाणा के मंत्री गौरव गौतम ने कहा कि मामले की जांच होनी चाहिए और राज्य सरकार न्याय करेगी। गौरव गौतम ने कहा, "हम कृष्ण सिंह बेदी के बयान के साथ खड़े हैं । अगर कांग्रेस के लोग ऐसी घटना में शामिल हैं तो यह निंदनीय है। इसकी जांच होनी चाहिए। सरकार न्याय करेगी।"हरियाणा के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री कृष्ण बेदी ने आरोप लगाया कि राज्य के भिवानी जिले के लोहारू विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत फरटिया भीमा गांव में एक कांग्रेसी नेता द्वारा कॉलेज चलाया जा रहा था। बेदी ने कहा कि जिस कॉलेज में लड़की पढ़ती थी, उसका निदेशक कांग्रेस विधायक राजबीर फरटिया का रिश्तेदार था। उन्होंने कहा कि फरटिया ने "प्रचार" करके चुनाव जीता था कि एससी छात्रों से फीस नहीं ली जाएगी और उनकी परिवहन सेवाएं माफ कर दी जाएंगी। एएनआई से बात करते हुए कृष्ण बेदी ने कहा, " लोहारू विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत फरटिया भीमा गांव में एक कांग्रेसी नेता द्वारा संचालित कॉलेज में दलित समुदाय की एक लड़की ने इसलिए आत्महत्या कर ली क्योंकि निदेशक के बेटे राहुल और बेटी और प्रिंसिपल ने लड़की पर कॉलेज की फीस माफ करवाने के लिए राहुल के साथ शारीरिक संबंध बनाने का दबाव बनाया था। वह इतनी परेशान थी कि उसने अपनी जान ले ली।"
मंत्री ने कांग्रेस नेताओं कुमारी शैलजा और रणदीप सिंह सुरजेवाला पर इन तथ्यों को छिपाने और मुद्दे का रुख बदलने का आरोप लगाया। कांग्रेस नेताओं कुमारी शैलजा और रणदीप सिंह सुरजेवाला के ट्वीट का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि उन्होंने भाजपा नीत सरकार की आलोचना की है।हरियाणा सरकार पर इस घटना के लिए आरोप लगाने और सुरजेवाला द्वारा इस घटना को "शर्मनाक" करार दिए जाने के बाद, मंत्री ने दावा किया कि दोनों कांग्रेस नेताओं ने मुद्दे का रुख बदलने की कोशिश की है। उन्होंने कांग्रेस नेताओं से अपने सोशल मीडिया पोस्ट हटाने और माफी मांगने की भी मांग की।
बेदी ने कहा, "कांग्रेस के दो नेताओं ने इन तथ्यों को छिपाया और इसके बजाय ट्वीट किया किहरियाणा सरकार कॉलेज की फीस न चुका पाने के कारण दलित लड़की की आत्महत्या के मामले को दबाने की कोशिश कर रही है । सच तो यह है कि कॉलेज के निदेशक के रिश्तेदार कांग्रेस विधायक राजबीर फरटिया ने कॉलेज की फीस चुकाने के लिए 10 लाख रुपए मांगे थे।हरियाणा विधानसभा चुनाव में यह दुष्प्रचार करने के बाद कि वह अनुसूचित जाति के छात्रों से फीस नहीं लेंगे और मुफ्त परिवहन सेवाएं देंगे, शैलजा कुमारी और रणदीप सिंह सुरजेवाला को ट्वीट करने के बजाय दोषियों की गिरफ्तारी की मांग करनी चाहिए थी... उन्हें वह समय याद नहीं है जब भूपेंद्र सिंह हुड्डा की सरकार के तहत मिर्चपुर की एक दलित लड़की और उसके दादा को दिनदहाड़े जिंदा जला दिया गया था... शैलजा और सुरजेवाला दोनों को अपने ट्वीट वापस लेने चाहिए और माफी मांगनी चाहिए...| (एएनआई)