हरियाणा Haryana : प्रदेश कांग्रेस नेतृत्व गुरुवार को दिल्ली में होने वाली बैठक में निकाय चुनाव पार्टी चिन्ह पर लड़ने के बारे में फैसला करेगा। हरियाणा में मार्च में आठ नगर निगमों, चार नगर परिषदों और 21 नगर समितियों के लिए चुनाव होने हैं। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने आज कहा कि प्रदेश पार्टी अध्यक्ष उदयभान ने बैठक बुलाई है। उन्होंने कहा, "इस पर चर्चा होगी कि निकाय चुनाव पार्टी चिन्ह पर लड़े जाएंगे या नहीं। ऐसा इसलिए क्योंकि पार्टी महापौर पद के लिए चुनाव कांग्रेस के चिन्ह पर लड़ती रही है।" महापौर के अलावा पार्षदों या नगर परिषदों और समितियों के अध्यक्षों के चुनाव चिन्ह पर लड़े जाएं या नहीं, इस पर भी फैसला होगा।
हुड्डा ने राज्य की भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए दावा किया, "भाजपा सरकार द्वारा किए गए सभी वादे झूठे साबित हुए हैं। न तो महिलाओं को 2,100 रुपये प्रतिमाह देने की 'गारंटी' पूरी हुई है और न ही 2 लाख युवाओं को नौकरी देने की प्रक्रिया शुरू हुई है।" उन्होंने कहा कि हरियाणा कौशल रोजगार निगम के कर्मचारियों की नौकरी भी स्थायी नहीं की गई है। उन्होंने कहा, "चुनाव से पहले पार्टी ने धान किसानों को 3100 रुपये प्रति क्विंटल देने का वादा किया था। लेकिन सरकार बनने के बाद किसानों को एमएसपी भी नहीं दी गई। सरकार का दावा है कि वह 24 फसलों पर एमएसपी देती है, लेकिन सच्चाई यह है कि हरियाणा में 24 अलग-अलग फसलें उगाई ही नहीं जाती हैं।"