ड्रैगन फ्रूट की खेती पर सरकार देगी एक लाख बीस हजार की सब्सिडी, रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में कारगर

हरियाणा में किसानों की आय बढ़ाने व उन्हें बागवानी की लाभकारी फसलों के प्रति प्रोत्साहित करने के लिए सरकार की ओर से खूब प्रयास किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में ड्रैगन फ्रूट की खेती के प्रति भी किसानाें को प्रोत्साहित किया जा रहा है। वहीं, गुणकारी लाभों के चलते ड्रैगन फ्रूट की मांग भी बढ़ी है। बागवानी विभाग के अधिकारियों का कहना है

Update: 2022-08-22 05:05 GMT

 हरियाणा में किसानों की आय बढ़ाने व उन्हें बागवानी की लाभकारी फसलों के प्रति प्रोत्साहित करने के लिए सरकार की ओर से खूब प्रयास किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में ड्रैगन फ्रूट की खेती के प्रति भी किसानाें को प्रोत्साहित किया जा रहा है। वहीं, गुणकारी लाभों के चलते ड्रैगन फ्रूट की मांग भी बढ़ी है। बागवानी विभाग के अधिकारियों का कहना है कि सरकार की ओर से विभिन्न फसलों पर विशेष अनुदान दिया जा रहा है।

बागवानी विभाग की ओर से किसानों को किया जाएगा जागरूक

इसी क्रम में प्रदेश के किसानों को ड्रैगन फ्रूट की खेती के प्रति जागरूक करने के लिए प्रति एकड़ करीब एक लाख बीस हजार रुपये का अनुदान दिया जा रहा है। किसानों को मिलने वाली अनुदान राशि दो भागों में विभाजित की गई है, जिसमें 50 हजार रुपये पौधारोपण के लिए व 70 हजार रुपये जाल प्रणाली के लिए दिए जाएंगे। अधिकारियों ने बताया कि ड्रैगन फ्रूट के गुणकारी लाभों के चलते बाजार में इसकी मांग में निरंतर बढ़ोतरी हो रही है। एक किसान अधिकतम 10 एकड़ की भूमि पर अनुदान का लाभ ले सकता है।

रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में कारगर

ड्रैगन फ्रूट रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में काफी कारगर है। इसमें एंटीआक्सीडेंट, मैग्नीशियम, विटामिन ए, सी, आयरन, कैल्शियम, फाइबर आदि काफी अधिक मात्रा में मौजूद होता है। इसके साथ ही ड्रैगन फ्रूट डायबिटीज और शुगर लेवल को नियंत्रित करने में भी काफी सहायक है। विदेशी फल होने व भारत में इसकी खेती की सही जानकारी के अभाव में यह बाजार में अधिक मात्रा में उपलब्ध नहीं होता जबकि बाजार में इसकी मांग दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। उन्होंने कहा कि जिला के किसान फसल विविधिकरण के तहत इसकी खेती को अपनाकर बाजार से अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।

जिला बागवानी अधिकारी डा. कमल सैनी ने बताया कि अनुदान का लाभ लेने के इच्छुक किसान का मेरी फसल-मेरा ब्योरा पोर्टल पर पंजीकृत होना अनिवार्य है। अनुदान योजना का लाभ लेने के इच्छुक किसान आवेदन कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि जिला के किसानों को फसल विविधिकरण के तहत बागवानी क्षेत्र में बढ़ावा देने के लिए जिला बागवानी विभाग द्वारा समय-समय पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन भी किया जा रहा है।


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