न्यूनतम समर्थन मूल्य की मांग पर किसानों का फिर होगा जाम का ऐलान

Update: 2023-06-07 04:15 GMT

कुरुक्षेत्र: हरियाणा के कुरुक्षेत्र में सूरजमुखी की न्यूनतम समर्थन मूल्य की मांग पर किसानों दिल्ली-चंडीगढ़-अमृतसर हाईवे जाम कर दिया. काफी देर तक कुरुक्षेत्र में मंगलवार को जमकर हंगामा होता रहा है. जब किसान हाईवे से नहीं हटे तो रात 9 बजे के करीब किसानों पर बल प्रयोग किया गया. हरियाणा पुलिस ने किसानों पर लाठीजार्ज और वाटर कैनन का इस्तेमाल किया.

लाठीजार्ज में कई किसान घायल हुए हैं. वहीं, पुलिस ने किसानों के खिलाफ केस भी दर्ज किया है. कुरुक्षेत्र में लाठीजार्ज के बाद किसानों ने जगह जगह जाम लगाए. हरियाणा के दूसरे जिलों में भी किसान सड़कों पर ऊतर आए और इस बर्बरतापूर्ण कार्रवाई का विरोध किया. जानकारी के अनुसार, बुधवार को भी किसान सड़कों पर उतर कर विरोध प्रदशर्न करेंगे. बुधवार सुबह 10:30 बजे के बाद किसान इसे लेकर बड़ा फैसला लेंगे. वहीं, किसान नेता राकेश टिकैट भी आज कुरुक्षेत्र पहुंच सकते हैं. यहां पर वह और गुरुनाम चढूनी का गुट एकसाथ धरना दे सकते हैं. चढ़ूनी को फिलहाल पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.

कुरुक्षेत्र में किसानों पर हुए लाठीचार्ज का झज्जर में भी असर देखने को मिला. लाठीचार्ज के विरोध में झज्जर जिले के बेरी कस्बे में किसानों ने जाम लगा दिया. किसान देर शाम बेरी -झज्जर रोड पर आकर बैठ गए और सरकार और पुलिस के विरोध में खूब नारेबाजी की. जाम लगाने की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और किसानों को समझाने बुझाने में जुट गई, मगर किसानों ने पुलिस की एक नहीं सुनी.

किसानों का साफ तौर पर कहना है कि अपनी हकों की आवाज उठाने के लिए किसान कुरुक्षेत्र में धरना प्रदर्शन करने के लिए आए थे, लेकिन पुलिस ने उन पर लाठी चार्ज कर दिया, जिससे प्रदेशभर के किसानों में रोष है. हालांकि बेरी कस्बे में किसान करीब 2 घंटे तक सड़क पर बैठे रहे और पुलिस की काफी मशक्कत के बाद किसानों ने सड़क पर लगाया जाम खोल दिया. हालांकि, किसानों ने पुलिस और प्रशासन को कल एक बार फिर से डीघल गांव में रोहतक-झज्जर रोड़ पर जाम लगाने की चेतावनी दी है.

रेवाड़ी में किसानों ने किया हाइवे जाम: रेवाड़ी में भारतीय किसान यूनियन चढूनी ने गंगायचा टोल प्लाजा के पास रेवाड़ी-रोहतक हाईवे जाम कर दिया. जैसे ही पुलिस को सूचना मिली कि किसानों ने हाइवे जाम कर दिया तो तुरंत बड़ी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंचा और किसानों को सड़क के बीच से हटा दिया. इस दौरान काफी समय तक पुलिस किसानों को समझाने का प्रयास करती रही. किसान नेताओं ने भी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और कहा कि रोड जाम करना उनकी मजबूरी है.

क्योंकि, सरकार ज्ञापन देने की भाषा नहीं समझती. किसानों ने कहा कि ये सरकार किसानों की आवाज दबाने का प्रयास कर रही है. लेकिन किसान चुप नहीं बैठेंगे. डीएसपी संजीव कुमार ने कहा कि सुरक्षा के लिहाज से पुलिस बल मौके पर तैनात है. दोबारा किसान रोड जाम करने की कोशिश ना करें और कानून व्यवस्था खराब ना हो, उसके लिए टोल प्लाजा पर भी पुलिस जवान तैनात रहेंगे.

क्या है पूरा मामला: बता दें कि चंडीगढ़ में किसानों की सूरजमुखी को एमएसपी पर खरीदने को लेकर और भावांतर योजना में ना बेचने को लेकर किसानों व अधिकारियों की शुक्रवार को मीटिंग हुई थी, लेकिन उसमें कोई समाधान ना निकलने के चलते किसान यूनियन चढूनी ग्रुप के राष्ट्रीय अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी ने 6 जून को शाहबाद में जाम लगाने की चेतावनी दी थी. दरअसल, हरियाणा सरकार ने सूरजमुखी को भावांतर योजना में खरीदने का निर्णय लिया है, जिसमें ₹4800 भाव तय किया गया है और भावांतर योजना के तहत ₹1000 किसान को दिए जाएंगे. कुल ₹5800 किसान को प्रति किवंटल सूरजमुखी पर दिया जाएंगे, लेकिन एमएसपी ₹6400 है और इस पर सरकार खरीद नहीं कर रही है. इस पर किसान नाराज हैं.

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