मुख्य सचिव संजीव कौशल ने अधिकारियों को दिए निर्देश, हरियाणा में बनेगा पहला इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर
हरियाणा न्यूज
चंडीगढ़, 17 नवंबर – हरियाणा में बनने वाले पहले इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर के वाणिज्यिक उपयोग को सुनिश्चित करने के लिए मुख्य सचिव संजीव कौशल ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि सेंटर में बनाई जाने वाली सुविधाओं से संबंधित सभी हितधारकों के साथ बैठक की जाए और उनसे सुझाव लेकर व्यवस्थित तरीके से डिज़ाइन तैयार किया जाए। इसके अलावा, ऐसी बड़ी परियोजनाओं के क्रियान्वयन में तेजी लाने हेतू प्रत्येक प्रोजेक्ट के लिए सब कमेटी बनाई जाए। इस सब कमेटी में उस परियोजना से संबंधित अन्य विभागों के प्रतिनिधियों को भी शामिल किया जाए।
मुख्य सचिव आज यहां 100 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं की समीक्षा के लिए प्रशासनिक सचिवों की समिति की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। बैठक में 6 विभागों की 100 करोड़ रुपये से अधिक की 47 परियोजनाओं पर चर्चा की गई। इन 47 परियोजनाओं पर लगभग 43 हजार करोड़ रुपये की लागत आएगी।
कौशल ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि अन्य स्थानों पर बने इस प्रकार के इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर (आईसीसी) का भी बारीकी से अध्ययन किया जाए और उनकी व्यवहार्यता का भी मूल्यांकन किया जाए। उन्होंने कहा कि फरीदाबाद के सेक्टर - 78 में आईसीसी बनाया जाना है, इसके निर्माण में तेजी लाने के लिए अगले 15 दिनों में हितधरकों के साथ बैठक का आयोजन किया जाए।
मुख्य सचिव ने शहरी स्थारनीय निकाय विभाग की परियोजनाओं की समीक्षा करते पाया गया कि एक परियोजना की प्रगति रिपोर्ट में कार्य पूरा होने से संबंधित गलत जानकारी दी गई है, जिस पर मुख्य सचिव ने निर्देश दिए कि संबंधित अधिकारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाए। अन्य अधिकारियों को भी निर्देश जारी किए जाएं कि इस प्रकार की गलत जानकारी देने पर और भी सख्त कदम उठाए जा सकते हैं। इसके अलावा, श्री कौशल ने शहरी स्थानीय निकाय के प्रशासनिक सचिव को निर्देश दिए कि मुख्यालय स्तर और फील्ड कार्यालयों में कार्यप्रणाली को दुरूस्त किया जाए।
मुख्य सचिव ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि अधिकारी स्वयं मौके पर जाकर ऐसी बड़ी परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा करें ताकि इनके क्रियान्वयन में देरी न हो। साथ ही, कॉन्ट्रैक्टर को भी परियोजनाओं को तय समय में पूरा करने के सख्त निर्देश दिए जाएं। बैठक में शहरी स्थानीय निकाय विभाग की 19 परियोजनाओं की समीक्षा की गई, जिसमें गुरुग्राम में एमसीजी भवन, राजा नाहर सिंह स्टेडियम का आधुनिकीकरण कार्य, अंबाला में सीवरेज नेटवर्क सिस्टम मजबूत करना, कैनाल आधारित वॉटर वर्कस, फरीदाबाद, पलवल में सीवरेज सिस्टम मजबूत करना इत्यादि शामिल हैं।