जीरो टॉलरेंस के दावों के बीच हरियाणा में हर दूसरे दिन अधिकारी रिश्वत लेते पकड़े जा रहे हैं। राज्य सतर्कता ब्यूरो के आंकडे इस बात की तस्दीक कर रहे हैं। पिछले छह माह में प्रदेश में विजिलेंस ने 91 अधिकारियों व कर्मचारियों को रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है। कुल 71 आपराधिक मामलों में 83 सरकारी अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ सात आठ निजी व्यक्तियों को भी गिरफ्तार किया गया है। इनमें 10 राजपत्रित अधिकारी और 73 अराजपत्रित अधिकारी शामिल हैं।
रिश्वतखोरी में पकड़े गए आरोपियों में 23 पुलिस विभाग, 18 राजस्व विभाग, बिजली निगमों के 15, शहरी स्थानीय निकायों के आठ, आबकारी एवं कराधान और सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के 3-3, परिवहन, खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले तथा खनन विभाग के 2-2 अधिकारी व कर्मचारी शामिल हैं।
ब्यूरो ने इन्हें अलग-अलग मामलों में पांच हजार रुपये से लेकर पांच लाख रुपये तक की रिश्वत लेते रंगे हाथ काबू किया। इस अवधि में जहां शहरी स्थानीय निकाय विभाग के दो मुख्य अभियंताओं को सार्वजनिक धन की हेराफेरी के आरोप में गिरफ्तार किया गया है, वहीं एक एचसीएस अधिकारी को ट्रैप केस की जांच के दौरान गिरफ्तार किया गया है। एक जिला टाउन प्लानर को पांच लाख की रिश्वत लेते रंगेहाथ पकड़ा गया और साथ ही सह आरोपी तहसीलदार को भी गिरफ्तार किया गया। इनके अलावा भी अधिकारियों व कर्मचारियों को गिरफ्तार किया गया है।
रिश्वत पर चुप न बैठें, शिकायत करें
ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि राज्य सतर्कता ब्यूरो भ्रष्टाचार के खिलाफ चल रहे अभियान को तेज करने के लिए प्रतिबद्ध है और रिश्वतखोरी के सभी मामलों से सख्ती से निपटा जा रहा है। आने वाले दिनों में और तेजी से शिकंजा कसने के लिए कार्रवाई की जाएगी। ब्यूरो ने लोगों से भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ने और अपने टोल-फ्री हेल्पलाइन नंबर 1800-180-2022 और 1064 पर रिश्वत की शिकायतों की रिपोर्ट करने का भी आग्रह किया।