रायपुर। आरक्षण को लेकर प्रदेश में सियासत जारी है. कांग्रेस विधायक बृहस्पत सिंह ने राज्यपाल अनुसुईया उइके के भाजपा के दबाव में आकर आरक्षण विधेयक पर हस्ताक्षर नहीं करने का आरोप लगाते हुए कहा कि आदिवासी समाज के साथ अन्याय को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. हम किसी भी कीमत पर आरक्षण का अधिकार देकर रहेंगे.
कांग्रेस विधायक बृहस्पत सिंह ने कहा कि छत्तीसगढ़ में विशेष सत्र बुलाकर सरकार ने विधेयक पारित कराया है. जहां तक 50% से अधिक आरक्षण की बात है तो कर्नाटक,तमिलनाडु और झारखंड में 50% से अधिक आरक्षण है. जिसकी जितनी जनसंख्या उसके हिसाब से आरक्षण मिलना चाहिए.
उन्होंने कहा कि विधानसभा में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया था, और उधर भाजपा राज्यपाल को गुमराह करके हस्ताक्षर करने से मना करा रही है, इसे छत्तीसगढ़ की जनता बर्दाश्त नहीं करेगी. आदिवासी समाज ने सात समंदर पार अंग्रेजों को खदेड़ भगाया था, तो देसी अंग्रेजों को भी भगाने में टाइम नहीं लगाया था.