कोंडागांव। मर्दापाल क्षेत्र के ग्राम पंचायत कांगा में बालक आश्रम के बच्चों की दूध पीने से अचानक तबीयत खराब होने का मामला सामने आया। बच्चों ने छात्रावास के मेस में रखे दूध पाउच को निकालकर पी लिया, जिसके बाद एक-एक कर उनकी तबीयत खराब होने लगी और बच्चों ने उल्टी करनी शुरू कर दी। हॉस्टल अधीक्षक के छुट्टी पर रहने के कारण चतुर्थ वर्ग कर्मचारी बच्चों को लेकर मर्दापाल स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे।
उपचार के बाद दो बच्चों गुलेश 12वर्ष कक्षा छठवीं और धर्मेंद्र 13 वर्ष कक्षा सातवीं की सेहत में सुधार हुआ, वहीं एक छात्र देवेंद्र 15 वर्ष को जिला हॉस्पिटल रेफर किया गया। ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर डॉक्टर सूरज राठौर ने बताया कि छात्रों की तबीयत गुरुवार शाम को खराब हुई उन्हें आश्रम कांगा से मर्दापाल अस्पताल लाया गया था दो छात्र स्वस्थ हो गए और कांगा आश्रम चले गए हैं एक छात्र देवेंद्र को जिला अस्पताल लाया है वह भी स्वस्थ है।
ये भी जानकारी मिली
बालक आश्रम के बच्चों ने बताया कि कृष्ण जन्माष्टमी के दिन हॉस्टल अधीक्षक हितेंद्र पोंगरा 1 लीटर के तीन पैकेट दूध लेकर आए थे, जिसमें एक पैकेट बचा हुआ था। बचे हुए पैकेट को बालक आश्रम के 3 बच्चों ने बुधवार शाम को और गुरुवार की सुबह पी लिया जिसके बाद देर शाम बच्चों का स्वास्थ्य खराब हुआ।