जगदलपुर। मुकेश चंद्राकर के भाई युकेश बाल-बाल बचे। ट्रक ने कार को ठोकर मार दी। जिस पर युकेश ने अपनी जान को खतरा बताते हुए कहा, क्या मुझे कोई ख़तरा है ? बीजापुर से भाई मुकेश चंद्राकर की गाड़ी लेकर वकील से मिलने जगदलपुर के लिए निकला था।
ट्रक ने ठोकर मारी, ठोकर मारकर रुके बिना घसीटने लगा । जब ट्रक को किनारे लगाकर रोकने कहा तो वह ट्रक लेकर भाग गया है। गाड़ी में मैं अपनी पत्नी और पत्रकार साथी सतीश अल्लूर जी के साथ था, हम तीनों सुरक्षित हैं अभी (फिलहाल), क्या मैं और मेरा परिवार सुरक्षित हैं ?
बीजापुर के पत्रकार मुकेश चंद्राकर की रॉड से पीट-पीटकर हत्या की गई थी। लोकेशन भटकाने के लिए उसका मोबाइल 50KM दूर तुमनार नदी में फेंका गया। वारदात से 5 दिन पहले ठेकेदार सुरेश चंद्राकर ने मुकेश की हत्या की प्लानिंग की थी। SIT की रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ है। सड़क निर्माण काम की खबर से ये लोग मुकेश से नाराज थे।